एक जून (एपी) न्यूजीलैंड ने मंगलवार को घोषणा की कि वह अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा के साथ आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला 11वां देश बन गया है। यह समझौता अंतरिक्ष में सहयोग संबंधी एक खाका है और 2024 तक मनुष्यों को चंद्रमा पर भेजने की नासा की योजना और मंगल में मनुष्य को भेजने के ऐतिहासिक मिशन को शुरू करने का समर्थन करता है। न्यूजीलैंड की विदेश मंत्री नानाइया महुता ने कहा कि न्यूजीलैंड अंतरिक्ष में रॉकेट प्रक्षेपित करने वाले कुछ देशों में शामिल है।
माहुता ने कहा, ”न्यूजीलैंड यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि अंतरिक्ष अन्वेषण का अगला चरण सुरक्षित, स्थायी और पारदर्शी हो तथा इस दौरान अंतरराष्ट्रीय कानून का पूर्ण अनुपालन हो।” न्यूजीलैंड ने कहा कि उसकी रुचि विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने में है कि चंद्रमा या अंतरिक्ष में अन्य किसी भी स्थान के खनिजों का उचित तरीके से उपयोग किया जाए। कैलिफोर्निया स्थित कंपनी रॉकेट लैब ने चार साल पहले न्यूजीलैंड में इतिहास रचा था, जब उसने दूरस्थ माहिया प्रायद्वीप से अंतरिक्ष में एक परीक्षण रॉकेट प्रक्षेपित किया था। इसने 2018 में वाणिज्यिक प्रक्षेपण शुरू किया। रॉकेट लैब छोटे उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने में माहिर है।
रॉकेट लैब के संस्थापक एवं न्यूजीलैंड के नागरिक पीटर बेक ने कहा कि इस समझौते पर हस्ताक्षर करना इस बात का प्रमाण है कि अंतरिक्ष उद्योग में देश की भूमिका बढ़ रही है और इसने नासा के साथ गठजोड़ और मिशन संबंधी संभावनाओं के दरवाजे खोल दिए है। नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने एक बयान में कहा कि न्यूजीलैंड उन सात देशों में शामिल था, जिन्होंने समझौते के सिद्धांत बनाने में मदद की और वह उसके इस पर हस्ताक्षर करने से खुश हैं। न्यूजीलैंड के अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, इटली, जापान, लक्जमबर्ग, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात और यूक्रेन इस पर हस्ताक्षर कर चुके है। ब्राजील ने भी कहा है कि वह हस्ताक्षर करने की योजना बना रहा है।