दक्षिण पूर्वी अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान टाक्टे (Cyclone Tauktae) को लेकर कई राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी गुजरात, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों और दमन और दीव और दादरा नागर हवेली के प्रशासकों के साथ एक समीक्षा बैठक की। इसमें चक्रवात तूफान टाक्टे से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों और मंत्रालयों की तरफ से की गई तैयारियों को लेकर चर्चा हुई।
चक्रवाती टाक्टे बहुत भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। मौसम विभाग के अनुसार, इसके 17 मई की शाम को गुजरात तट पर पहुंचने की उम्मीद है और इसके 18 मई की सुबह के आसपास पोरबंदर और महुवा के बीच पार करने की आशंका है।
मौसम विभाग के मुताबिक, यह गुजरात के वेरावल और पोरबंदर के बीच मांगरोल के पास तट से टकराएगा। आशंका जताई जा रही है कि महाराष्ट्र, केरल और गुजरात के तटों पर तीन दिनों तक इस चक्रवाती तूफान का असर देखने को मिल सकता है। विभाग के अनुसार, तूफान के दौरान 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के अनुसार, चक्रवात टाक्टे के कारण पिछले 24 घंटों में 6 जिलों, 3 तटीय जिलों और 3 मलनाड जिलों में भारी से भारी वर्षा हुई है। अब तक 4 लोगों की जान जा चुकी है और 73 गांव प्रभावित हुए हैं।
गोवा के तट से टकराया गुजरात में चक्रवाती तूफान
टाक्टे को देखते हुए राज्य में NDRF की टीमें तैनात की गई हैं। NDRF गांधीनगर के डिप्टी कमांडेंट रणविजय कुमार सिंह ने बताया, “24 टीमें आज शाम तक अपनी जगह ले लेंगी जिसमें 13 टीमें बाहर से मंगाई गई हैं।” चक्रवात अभी गोवा के तट से टकराया है। वहां भारी बारिश हुई है और पेड़ गिरे हैं।
मौसम विभाग ने कहा है कि तूफान गुजरात के साथ केंद्रशासित दमन दीव और दादरा और नगर हवेली में तबाही मचा सकता है। तूफान के कारण केरल, तमिलनाडु में बाढ़ का खतरा पैदा होने के साथ कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में भारी बारिश होने की संभावना है। विभाग के मुताबिक, अगले तीन दिनों में यह तूफान केरल, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र में कहर बरपा सकता है, इसलिए एनडीआरएफ की टीमों की तैनाती कर दी गई है। कुछ एयरलाइंस ने अपनी फ्लाइट्स प्रभावित होने की आशंका जताई है। वहीं, तटवर्ती इलाकों के निवासियों और मछुआरों को भी सतर्क कर दिया गया है।