कोरोना का कोहराम तेजी से कहर ढा रहा है जिससे लोग जिन्दगी गवंाने के लिए लाचार हैं। कोरोना का असर अब लोगों के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगा है। लोग एक अजीब तरह के भय, तनाव और अवसाद से ग्रसित हो रहे हैं। कोरोना की जंग में जीत के लिए लोगों का मानसिक रूप से स्वस्थ होना बेहद जरुरी है। यह बातें शनिवार को पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास तत्वावधान में आयोजित 15वीं स्वास्थ परिचर्चा के दौरान मनोचिकित्सक डाॅ. अमित गर्ग ने कही। उन्होंने कोविड महामारी काल में मानसिक बीमारी व डिप्रेशन के उपचार, घरेलू सावधानियों के माध्यम से तनाव से बचने के टिप्स दिये। इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर एंड एपलाइड साइंस के पूर्व सहायक प्राध्यापक रहे डाॅ. गर्ग ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 नई सदी की नई बीमारी है। इसने हमारी शारीरिक और मानसिक सेहत को प्रभावित किया है। कोरोना ने नये तरीके से जीने के लिए बाध्य किया है। कोरोना काल में घबराहट और बेचैनी बढ़ी हैं । इसका सबसे बुरा असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ मन ही एक स्वस्थ शरीर में वास करता है।
डाॅ. गर्ग ने कहा कि नींद न आना और अनचाहा डर (एनजाइटी डिसऑर्डर) ये मन में नकारात्मकता को जन्म देती हैं। इसी कारण लोग कोरोना काल के बाद भी मानसिक रूप से बीमार हो जा रहे हैं। अक्सर इसे पोस्ट डिसऑर्डर कहा जाता है। वर्तमान में देखा जा रहा है जिन लोगों को पहले से बीमारी रही है, उनके लक्षणों में इजाफा हो रहा है। दिल का धड़कना, मुंह का सूखना, हर समय अनजाने डर का सताना, इसके प्रमुख लक्षण हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करना चाहिए। यदि आप सरकार की जानकारियों का अनुसरण करेंगे तो बेवजह की सूचनाओं से दूर रहेंगे। सूचनाओं का अंबार परेषानी मेें डाल रहा है। उन्होंने कहा कि समय का सदुपयोग करें। आध्यात्मिकता की ओर लौटना चाहिए। मोबाइल और टीवी से अधिक परिवार को समय दें।
15 मई शनिवार को माइक्रोसॉफ्ट टीम एप के जरिए आयोजित परिचर्चा में 3165 मोबाइल, लैपटॉप, आईपैड टीवी स्क्रीन पर 6217 लोग सपरिवार जुड़े रहे। हेल्थ वेबिनार में विदेशों से भी कई लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराकर लाभ उठाया। पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र ने कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन किया। न्यास की सचिव श्रीमती आशा रावत ने आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि हमारे अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र व श्रीमती प्रमिला मिश्रा की 24 वीं विवाह वर्षगाँठ की अनंत शुभकामनाएँ सभी ने व्यक्त की हैं।
स्वास्थ्य परिचर्चा में लोगों की जिज्ञासाओं का हुआ समाधान
परिचर्चा के बाद संवाद आयोजित हुआ जिसमें लोगों की जिज्ञासाओं का आनलाइन समाधान किया गया। नरेन्द मिश्रा, रजनीश, श्रीराम रिछारिया, आनंद मोहन, पुष्पेन्द्र सिंह, ह्रदेश खरे, संजय, दीपन वर्मा आदि ने कोरोना की भयवाहता और उसके प्रसार से अवगत हुए। इस दौरान अवसाद से बाहर निकलने के बारे में बताया गया। बच्चों को वैक्सीन की स्थिति में अवगत हुए। इस दौरान शरीर के लिए नींद की आवश्यकता के बारे में बताया गया। संतुलित भोजन स्वस्थ शरीर के लिए आवश्यक है।