एक व्यक्ति जिसके पास प्रतिभा है और कड़ी मेहनत करने का जुनून है, वह किसी भी स्थिति में अपना रास्ता बना सकता है।
आज हम आपको एक कहानी एक ऐसी लड़की की है जो बचपन से अपने माता-पिता के साथ गायों और भैंसों की देखभाल कर रही है। अब यह लड़की जज बनने जा रही है।
सोनम शर्मा नाम की यह युवती आज कस्बे की चर्चा है। सोनल राजस्थान के प्रतापनगर में रहती हैं। सोनल ने कहा कि डेयरी उनके परिवार की आजीविका का स्रोत है। इसलिए वह अपने पिता के साथ गायों और भैंसों की देखभाल से लेकर खाद निकालने तक का काम करती हैं। सोनल अपना ज्यादातर समय स्थिर अवस्था में बिताती है। वह अपने खाली समय में स्टडी में तेल के खाली डिब्बे पर बैठकर पढ़ाई करता है। सोनल अपनी साइकिल पर कॉलेज जा रही थी। सोनल अब फर्स्ट मजिस्ट्रेट के रूप में काम करेंगी।
सोनल शर्मा के पति ख्यालीलाल शर्मा कई वर्षों से डेयरी चला रहे हैं। उनकी बेटी सोनल को बचपन से उपहार दिया गया है। उन्होंने स्कूल और कॉलेज में कई पदक जीते हैं। सोनल कहती हैं कि कोई भी नौकरी छोटी नहीं होती। डेयरी मेरा घर चलाता है, इसलिए मुझे पिताजी की मदद करना पसंद है।
सोनल अक्सर डेयरी में रहकर पढ़ाई करती है। वह राजस्थान में एलएलबी में टॉपर रही हैं। दो दिन पहले ही उन्होंने विश्वविद्यालय में दो स्वर्ण पदक जीते थे। सोनल के भाई-बहन भी प्रतिभाशाली हैं। उनकी बड़ी बहन लीना शर्मा CAG में हिंदी अनुवादक हैं। छोटी बहन किरण अभी डीयू में पढ़ रही है। जबकि सबसे छोटा भाई हिमांशु शर्मा अजमेर में पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहा है।
सोनल कहती है कि उसके पिता तब से अस्तबल में हैं जब वह चौथी कक्षा में थी। सोनल के भाई-बहन प्रतापनगर में नहीं रहते हैं, इसलिए घर सारी जिम्मेदारी सोनल और उसके पिता पर है।
सोनल के पिता ने अपनी बेटी की उपलब्धि पर खुशी जताई और कहा कि सोनल ने हैंडलिंग स्टेबल का अध्ययन किया है। उन्हें खुशी है कि उनकी बेटी ने उनका नाम रोशन किया है।