शनिदेव को शास्त्रों में कर्म फलदाता बताया गया है. वे हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. जब शनि किसी पर मेहरबान होते हैं तो उस शख्स को रंक से राजा बनते देर नहीं लगती, लेकिन जब शनि का प्रकोप किसी व्यक्ति पर होता है, जो उसे कंगाल बनते भी देर नहीं लगती. माना जाता है कि शनि शारीरिक, मानसिक और आर्थिक तीनों रूप से कष्ट देते हैं.
जब शनि का प्रकोप किसी व्यक्ति पर होता है तो उसके जीवन में कई तरह के अनचाहे बदलाव होने लगते हैं. ज्योतिष शास्त्र में शनि के प्रकोप को पहचानने के कुछ तरीके बताए गए हैं. हालांकि वो कितने सटीक हैं, ये तो नहीं कहा जा सकता. लेकिन इन संकेतों के आधार पर आप अपनी कुंडली किसी ज्योतिष विशेषज्ञ को दिखाकर उससे समस्या का हल जरूर जान सकते हैं. यहां जानिए शनि के प्रकोप को पहचानने के तरीके और उनसे बचने के उपाय
1. कहा जाता है कि जब शनिदेव रुष्ट होते हैं तो माथे का रंग काला सा पड़ने लगता है, बाल तेजी से गिरने लगते हैं और गंजापन आने लगता है. अगर ऐसा कुछ आपके साथ भी हो रहा है, तो सावधान हो जाइए. माना जाता है कि ऐसे व्यक्ति को अपयश का सामना करना पड़ सकता है.
2. शनि का जब प्रकोप होता है तो व्यक्ति की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है. वो अनैतिक चीजों की ओर आकर्षित होता है. शेयर और सट्टे में पैसा लगाता है. गलत लोगों के बीच उठने-बैठने लगता है और बड़ा आर्थिक नुकसान झेलता है.
3. शनि के प्रकोप से नौकरी में प्रदर्शन पर असर पड़ता है. बने काम बिगड़ने लगते हैं. कारोबार में नुकसान होता है और व्यक्ति के अंदर मानसिक तनाव तेजी से बढ़ता है.
4. शनि का प्रकोप झेल रहे व्यक्ति को गुस्सा बहुत आता है. वो बात-बात पर लोगों से भिड़ता है. झूठ बोलता है. इसके अलावा उसके खानपान की आदतें भी बदल जाती हैं. मांस-मदिरा से दूर रहने वाला शख्स भी इनमें रुचि लेने लगता है. उसे तला, मसालेदार और तीखा भोजन ही पसंद आता है.
ये उपाय आएंगे काम
अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो किसी ज्योतिषी को अपनी कुंडली दिखाकर कन्फर्म करें कि कहीं ये सब शनि के प्रकोप की वजह से तो नहीं है. अगर ऐसा है तो शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए हर शनिवार को ये उपाय करें.
1. सरसों का तेल अर्पित करें, शनिवार के दिन पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
2. हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें. काले कुत्ते को तेल का बना परांठा खिलाएं.
3. जरूरतमंदों को शनिवार के दिन काले तिल, काले वस्त्र, काली दाल या सामर्थ्य के अनुसार कुछ भी दान करें.
4. दुखी लोगों व बुजुर्गों को न सताएं और झूठ न बोलें.