यूपी के आगरा में आलू की खुदाई को लेकर हुए विवाद में एक दरोगा की गोली मारकर हत्या (Agra Inspector Murder) किए जाने पर सीएम योगी ने दुख जताया है. दरोगा प्रशांत यादव की मौत पर संवेदना जाहिर करते हुए सीएम ने पीड़ित परिवार के लिए 50 लाख के आर्थिक मदद का ऐलान (Financial Help For Prashant Yadav) किया है. साथ ही सीएम योगी ने अपराधियों को चेतावनी देते हिए कहा कि उन्हें किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा देते हुए कहा कि वह हर हाल में उनके साथ खड़ी है.
डीएम प्रभु सिंह (DM Prabhu Singh) से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी सरकार की तरफ से 50 लाख की आर्थिक मदद के साथ ही दरोगा प्रशांत यादव के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी. इसके साथ ही दरोगा प्रशांत यादव को शहीद का दर्जा देकर उनके पैतृक गांव में सड़क का नाम उनके नाम पर रखा जाएगा. घटना थाना खंदौली के नाहर्रा की है. जहां मृतक दरोगा प्रशांत कुमार यादव और दो अन्य पुलिस कर्मी एक मामले में जांच के लिए गए थे. इस दौरान एक आरोपी ने दरोगा पर गोली चला दी. जिससे दरोगा की मौके पर ही मौत हो गई.
आलू खोदने पर हुए विवाद के बाद दरोगा की हत्या
यह घटना आगरा जिले के खंदौली के गांव नहर्रा में हुई. मृतक दरोगा प्रशांत कुमार यादव और दो अन्य पुलिस कर्मी एक मामले में जांच के लिए वहां पहुंचे थे. इस दौरान एक आरोपी ने दरोगा पर गोली चला दी. जिससे दरोगा की मौके पर ही मौत हो गई. गांव के रहने वाले शिवनाथ सिंह का बुधवार सुबह अपने छोटे भाई विश्वनाथ सिंह से खेत को लेकर विवाद हुआ था. आलू खुदाई को लेकर एक बार फिर दोनों के बीच विवाद फिर हो गया था. जिसके बाद मामला थाने पहुंचा.
हत्या के बाद फरार हुआ आरोपी
विवाद को सुलझाने के लिए दरोगा प्रशांत कुमार यादव और दो अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद दोनों भाईयों में आलू की खुदाई के दौरान विवाद बढ़ गया. छोटे भाई ने कट्टे से फायर कर दिया. जिससे गोली प्रशांत कुमार यादव की गर्दन में लग गई. गोली लगने की वजह से प्रशांत यादव की मौके पर ही मौत हो गई. जिसको बाद आरोपी मौके से फरार हो गया. दरोगा की हत्या के बाद से इलाके में समसनी फैल गई. वहीं इस मामले की जांच के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है.