1 मार्च 2021 से कई नियम बदलने जा रहे है. खासकर बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) और पंजाब नेशनल बैंक (PNB-Punjab National Bank) ने इसको लेकर बड़ा ऐलान किया है. इसीलिए आज हम आपको इससे जुड़ी अहम जानकारी दे रहे हैं. पंजाब नेशनल बैंक ने अपने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ट्वीट करके बताया है कि ग्राहकों को ऑरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (UBI) की पुरानी चेक बुक और IFSC/MICR कोड 31 मार्च 2021 तक काम करेंगे.
आइए जानें इससे जुड़ी सभी जानकारी
बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने ग्राहकों को आगाह किया है कि ई-विजया और ई-देना के आईएफएससी (IFSC) कोड पहले वाले नहीं चलेंगे और 1 मार्च 2021 से यह बंद हो जाएगा.
बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने ग्राहकों से कहा है कि नया आईएफएससी कोड लेना बहुत आसान है. बैंक ने इसके लिए आसान तरीका भी बताया है.
कस्टमर ने ग्राहकों से कहा है कि नए कोड के लिए बैंक की वेबसाइट पर जाएं या मैसेज का सहारा लें. बैंक ने इसके लिए टोल फ्री नंबर भी दिया है जो 18002581700 है. नए आईएफएससी कोड के लिए बैंक की तरफ से मोबाइल नंबर 8422009988 दिया गया है.
आपको बता दें किबैंक ऑफ बड़ौदा में देना बैंक और विजया बैंक का विलय हो चुका है. इसलिए अब इनके कोड नहीं चलेंगे. अगर कोई पुराने कोड का इस्तेमाल करेगा तो पैसे ट्रांसफर नहीं होंगे. देश का तीसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक है.
पंजाब नेशनल बैंक ने बदला ये नियम
बैंक ऑफ बड़ौदा के अलावा पंजाब नेशनल बैंक (PNB) भी आईएफएससी से जुड़े नियम में बदलाव कर रहा है. पंजाब नेशनल बैंक अपने सहयोगी बैंकों ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के पुराने चेकबुक और आईएफएससी या एमआईसीआर कोड में बदलाव करने जा रहा है.
हालांकि 31 मार्च तक पुराने कोड काम करेंगे लेकिन बैंक ने अपने ग्राहकों से कहा है कि नए कोड लें वरना बाद में दिक्कत हो सकती है. 31 मार्च तक किसी सूरत में नया आईएफएससी कोड और चेकबुक लेने के लिए पीएनबी ने ग्राहकों के नाम एक ट्वीट किया है.
पीएनबी (PNB-Punjab National Bank) के मुताबिक पुराने IFSC कोड को बदल दिया है. 31 मार्च 2021 के बाद ये कोड काम नहीं करेंगे. अगर कोई पुराने कोड का इस्तेमाल करेगा तो पैसे ट्रांसफर नहीं होंगे.
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए बैंक अकाउंट नंबर के साथ बैंक का IFSC यानी इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड एड करना पड़ता है. भारत में बैंकों की संख्या बहुत ज्यादा है और इस स्थिति में सभी बैंकों के ब्रांच को याद नहीं रखा जा सकता है.
इसीलिए RBI ने इसी परेशानी को दूर करने के लिए सभी बैंक की ब्रांच को एक Code दिया है. बैंक के किसी भी ब्रांच को उस Code के जरिए ट्रैक किया जा सकता है.
IFSC कोड 11 अंकों का होता है. आईएफएससी कोड में शुरू के चार अक्षर बैंक के नाम को दर्शाते हैं. IFSC कोड का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के दौरान किया जाता है.
IFSC कोड का इस्तेमाल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) और रीयल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) में कर सकते हैं.
आईएफएससी कोड को आप कई तरीकों से खोज सकते हैं. IFSC Code को आप वेबसाइट, बैंक अकाउंट और चेक बुक के जरिए पता कर सकते हैं. कोई भी व्यक्ति संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाकर आईएफएससी कोड का पता लगा सकता है.
इसके अलावा बैंक अकाउंट के पासबुक के पहले पेज पर आपको अकाउंट नंबर, पता, ब्रांच कोड, आईएफएससी कोड और खाताधारक का नाम जैसी जानकारियां उपलब्ध रहेंगी.
चेकबुक के जरिए भी आप आईएफएससी कोड को पता लगा सकते हैं. किसी चेकबुक में IFSC Code ऊपर लिखा होता है तो किसी में यह नीचे की तरफ लिखा रहता है.
बैंक का कहना है कि पुराने MICR कोड अब नहीं करेंगे. आपको बता दें कि OBC, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का PNB में मर्जर हुआ है. अब इन दोनों बैंक का अस्तित्व खत्म हो चुका है. इन दोनों बैंक के ग्राहक PNB में शिफ्ट हो गए है. इसीलिए नियम बदले है.
MICR कोड को मैगेनेटिक इंक कैरेक्टर रिक्निशन (Magnetic Ink Character Recognition) होता है . जैसा कि आप इसके नाम से ही समझ सकते हैं.
यह कैरेक्टर रिक्निशन पर आधारित होता. इसका इस्तेमाल बैंक की चेक बुक पर होता है. अक्सर आपने किसी चेक पर MICR कोड लिखा हुआ देखा होगा.
एमआईसीआर कोड चेक पर मैग्नेटिक इंक से प्रिंट किया जाता है. इससे मुख्य रूप से एक सिक्योरिटी बारकोड की तरह ट्रांजैक्शन को प्रोटेक्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है.
एमआईसीआरकोड 9 अंको का होता है. हर बैंक ब्रांच का अपना अलग एक यूनिक MICR कोड होता है. MICR कोड के 9 अंकों में पहले 3 अंक शहर का नाम दर्शाते हैं . अगले 3 अंकों में बैंक का नाम दिया रहता है और अंतिम 3 अंक बैंक ब्रांच के बारे में होते हैं.