कासगंज कांड के मुख्य आरोपी मोती सिंह को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया. उसके पास से पुलिस ने दरोगा की गायब पिस्टल भी की बरामद की है. मोती सिंह सिढ़पुरा थाने के सिपाही की हत्या और दारोगा को बुरी तरह से घायल करने की घटना का मुख्य आरोपी था. घटना के दिन से फरार चल रहे मोती को पिछले कई दिनों से पुलिस तलाश कर रही थी. मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार कई जिलों में दबिश दे रही थी. उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया. लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहा था. देर रात कासगंज कांड के एक लाख इनामिया मोती सिंह का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया. एनकाउंटर के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इससे पहले कासगंज मामले में एक और आरोपी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था. वारदात के मुख्य आरोपी मोती के भाई एलकार तथा उसके साथियों को पुलिस ने कावी नदी के किनारे घेर लिया. इस दौरान दोनों ओर से हुई गोलीबारी में एलकार घायल हो गया, उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई. इसके बाद इस केस में कई और लोगों की भी गिरफ़्तारी हुई. बता दें कि कासगंज के थाना सिढ़पुरा में अवैध शराब की सूचना पर छापेमार कार्रवाई करने गए यूपी पुलिस के सिपाही देवेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई थी. वहीं इस हमले में दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस मामले में पुलिस मुख्य आरोपी मोती सिंह को तलाश कर रही थी.
मामले में मुख्य आरोपी की मां रूपमती को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. आरोपी महिला की गिरफ्तारी पुलिस ने उस समय की, जब वह सरावल के पास से जिला छोड़कर भागने की तैयारी में थी. पुलिस ने महिला के पास से वो भाला भी बरामद किया, जिससे सिपाही देवेंद्र सिंह की हत्या की गई थी. गौरतलब है कि नगला धीमर गांव में अवैध शराब के कारोबार की सूचना पर कासगंज पुलिस छापा मारने पहुंची थी. लेकिन शराब माफियाओं को इस बात की खबर पहले ही लग चुकी थी. बदमाशों ने पुलिस को घेर लिया और सब इंस्पेक्टर अशोक और सिपाही देवेंद्र को बंधक बना लिया. इससे पहले कि बाकी पुलिस वाले कुछ समझ पाते, बदमाशों ने दरोगा अशोक और सिपाही देवेंद्र पर हमला कर दोनों को लहूलुहान कर दिया. हमले में सिपाही की मौत हो गई कि जबकि दरोगा बुरी तरह घायल हो गए थे. इसके बाद सीएम योगी ने कासगंज की घटना में शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. गुनाहगारों पर NSA लगाने का फरमान भी सुनाया