देश में फैली जानलेवा बीमारीन (life-threatening illness) को दूर भगाने के लिए देश में वैक्सीन (The vaccine) आ गई है। अब तक बहुत लोगों को इस वैक्सीन को डोज भी दिया जा चुका है। डोज को लेकर जनता ने डोज देने वाले डॉक्टरों की मुश्किलें बढ़ा दी है। कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की पहली डोज लेने वाले लोग दूसरा डोज लेने के लिए सामने नहीं आ रहे हैं। जिससे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health) ने इस स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा है कि इससे आप हम लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं।
7,688 लाभार्थियों को ही लगा दूसरा टीका
मंत्रालय ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी, कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का पहला डोज लगवाने वाले लोगों में से केवल 7,688 लाभार्थियों ने सामने आकर दूसरा टीका लगवाया है। अब तक केवल 4 प्रतिशत ही लाभार्थियों को वैक्सीन का टीका लगा है। देश में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें अब तक 1 लाख 91 हजार 181 वॉलंटियर्स को को टीका लगाया जा चुका है।
जम्मू कश्मीर में लग सबसे ज्यादा टीके
मंत्रालय (Ministry of Health) के मुताबिक शनिवार को 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 84 हजार 807 लोगों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का पहला डोज लगाया गया। इसमें सबसे ज्यादा संख्या में टीके जम्मू- कश्मीर में लगाए गए। वहां पर अब तक कुल 18 हजार 93 लोगों को टीका लगाया गया। वहीं पश्चिम बंगाल में 11,427, गुजरात में 9,380, झारखंड में 8,116 और आंध्र प्रदेश में 6,309 लोगों को कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगाया जा चुका है।
डेढ़ महीने के बीच लगना चाहिए दूसरा टीका
मंत्रालय (Ministry of Health) ने कहा कि दिल्ली में 2,627 लोगों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का पहला डोज लगाया गया। यह पिछले कुछ दिनों से काफी कम है। इससे पहले दिल्ली में 15,807 कोरोना वॉलंटियर्स को कोरोना वैक्सीन दी गई थी। मंत्रालय के मुताबिक कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी इम्युनिटी के लिए वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के 4 से 6 सप्ताह के अंदर दूसरा डोज लगवा लेना चाहिए, लेकिन बहुत जगह से यह भी खबर आ रही हैं, कि दूसरे डोज के लिए लोग आगे ही नहीं आ रहे हैं।
दूसरा डोज न लगवाने का बताया कारण
इंडियन मेडिकल रिसर्च कैंसल (ICMR) की सलाहकार Sunela Garg के मुताबिक कोराना बामारी के लिए लग रहा वैक्सीन के डोज से लोगों को दिक्कत हो रही है। लोगों का कहना है कि उन्हें इस टीका लगने के बाद रिएक्शन की शिकायत हो रही हैं। इस वजह के कारण लोग दूसरे टीके के लिए डर रहे हैं, और टीका लगवाने भी नहीं जा रहे हैं।