ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान शुभमन गिल भारतीय टीम के लिए एक शानदार खोज रहे। शुभमन गिल ने अपनी बल्लेबाजी व अपने खेलने के तरीके से ये दर्शा दिया कि, वो टीम के लिए लंबे वक्त तक खेल सकते हैं। शुभमन गिल ने ऑस्ट्रेलिया में खेले अपने तीनों टेस्ट मैचों में तकनीकी रुप से सक्षम व बेहद परिपक्व बल्लेबाजी की। चौथे टेस्ट मैच यानी ब्रिसबेन मैच की चौथी पारी में जब टीम इंडिया को 328 रन का लक्ष्य मिला था तब उन्होंने 91 रन की शानदार पारी खेली और टीम की जीत में बड़ी भूमिका निभाई।
शुभमन गिल ने सुनील गावस्कर का 50 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा हालांकि शुभमन गिल अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाने से सिर्फ 9 रन से चूक गए, लेकिन ब्रिसबेन मैच की चौथी पारी में खेली गई उनकी ये पारी एतिहासिक रही। दरअसल शुभमन गिल अब टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में भारत की तरफ से अर्धशतक लगाने वाले सबसे युवा ओपनर बल्लेबाज बन गए। शुभमन गिल ने ये कमाल 21 साल 133 दिन की उम्र में किया। उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर का 50 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। गावस्कर ने गावस्कर ने 21 साल और 243 दिन की उम्र में ये उपलब्धि हासिल की थी।
ऑस्ट्रेलिया में शुभमन गिल का जलवा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुभमन गिल ने दूसरे टेस्ट मैच यानी मेलबर्न में भारत के लिए अपना टेस्ट डेब्यू किया। ये टेस्ट मैच भारत ने जीता था और इस मैच की पहली व दूसरी पारी में उन्होंने 45 और नाबाद 35 रन की पारी खेली थी। इसके बाद उनकी खूब तारीफ हुई थी। ओपनर के तौर पर उनके इस प्रदर्शन की वजह से उन्हें अगले मैचों में भी मौका मिला और उन्होंने तीसरे यानी सिडनी टेस्ट मैच में 50 और 31 रन की पारी खेली। इसके बाद आखिरी टेस्ट यानी ब्रिसबेन में उन्होंने 7 व 91 रन की पारी खेली। इस टेस्ट सीरीज के तीन मैचों में उन्होंने 51.80 की औसत से 259 रन बनाए। इन मैचों में उन्होंने 36 चौेके व 2 छक्के भी लगाए।