बिहार विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण के लिए 7 नवंबर को मतदान होने हैं और गुरुवार को चुनाव-प्रचार का आखिरी दिन था. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने अपने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया. तो वहीं प्रचार से लौट रहे बहेड़ी थाना क्षेत्र के हायाघाट विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रविन्द्रनाथ सिंह उर्फ चिंटू सिंह (Ravindra Nath Singh alias Chintu Singh) का रास्ता रोककर गोली मार दी गई. जिसके बाद से इलाके में सनसनी मची हुई है. घटना को जिन अज्ञात अपराधियों ने अंजाम दिया वो भी मौके से फरार हो गया और घायल हालत में प्रत्याशी को अस्पताल में भर्तीबिहार कराया गया जहां उनकी स्थिति काफी नाजुक है.
कैसे हुई घटना?
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रत्याशी रविंद्रनाथ चुनाव प्रचार कर देर रात अपने गांव दुगौली लौट रहे थे कि तभी कोठरी के पास कुछ लोगों ने उनकी कार रोकी. जैसे ही प्रत्याशी बात करने के लिए गाड़ी से नीचे उतरे वैसे ही उन पर गोलियों की बौछार हो गई. बताया जा रहा है कि, ताबड़तोड़ फायरिंग में रविंद्रनाथ को दो गोली लगी है और अब अस्पताल में उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.
बता दें, इस बार बिहार चुनाव में रविंद्रनाथ के निर्दलीय खड़ा होने से मुकाबला टक्कर का हो गया है. हायाघाट विधानसभा से राजद उम्मीदवार भोला यादव और भाजपा से रामचन्द्र साह को वह कड़ी टक्कर देने चुनावी रण में उतरे हैं और उनके मैदान में उतरने से ही हायाघाट सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय होने जा रहा था. लेकिन इससे पहले उनके साथ एक दुखद हादसा हो गया है. मालूम हो रविन्द्रनाथ सिंह एक ऐसे चेहरे रहे हैं जो सालों से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और समाज के बीच काफी फेमस है. लोगों के बीच उनकी अच्छी पहचान व पकड़ है.
क्यों मारी गोली?
चुनाव प्रचार से लौट रहे प्रत्याशी रविंद्रनाथ के साथ जानलेना हमले पर नगर एसपी अशोक प्रसाद का कहना है कि वह काफी चर्चित उम्मीदवार हैं. सिटी एसपी का कहना है कि कार रोककर गोली क्यों मारी गई इस बारे में फिलहाल कुछ भी कहना मुश्किल है. जैसे ही पीड़ित उम्मीदवार होश में आएंगे और हालत स्थिर होगी तो उनका बयान लिया जाएगा. उनके बयान से ही पूरा मामला पता चलेगा. सिटी एसपी का कहना है कि वह इस मामले पर वैसे तो रविंद्रनाथ के बयान का इंतजार कर रहे हैं लेकिन राजनीतिक साजिश के साथ हर पहलू की भी जांच कर रहे हैं.