पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर है। दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने है। जिस वजह सीमा पर सैनिकों की संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है लेकिन अब इस तनाव के बीच भारत एक ऐसा काम कर रहा है। जिससे चीन की नींदें उड़ सकती है। दरअसल भारत 10 किलोमीटर से अधिक की दूरी से ही दुश्मन के टैंक को मार गिराने में सक्षम एक नई एयर-लॉन्च मिसाइल डेवलप कर रहा है। जिसका ट्रायल भी आने वाले दो महीनों में हो जाएगा। इस बात की जानकारी पूरे मामले के जानकार अधिकारियों ने दी है। ये मिसाइल दुश्मन के टैंक को लंबी दूरी से भी आसानी से नष्ट कर सकती है।
‘संत’ का होगा ट्रायल
अंग्रेजी अखबर द हिन्दुस्तान टाइम्स के अनुसार एक अधिकारी ने नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर इस मिसाइल से जुड़ी बातें बताई। अधिकारी के मुताबिक, ‘स्वदेशी मिसाइल स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक मिसाइल (SANT- संत) से उम्मीद है कि वह भारतीय वायु सेना के MI -35 अटैक हेलीकॉप्टर्स को एक बेहतर दूरी से दुश्मन के टैंक को नष्ट करने की क्षमता दे सकेगी।’ SANT को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इस मिसाइल को सबसे पहले दिसंबर में MI-35 से लॉन्च किया जाएगा। अगर भारत इस अभियान में सफल हो गया। तो भारतीय हथियारों को दुनिया में एक मिल के पत्थर की तरह देखा जाएगा।
8-10 बार होंगे ट्रायल
एक दूसरी अधिकारी के मुताबिक, ‘MI-35 से मिलाइल के पहले ट्रायल के लिए तैयारियां की जा रही है। एयर लॉन्च्ड टेस्ट्स कई बार किए जाएंगे जिसके बाद अगले साल मिसाइल औपचारिक रूप से सेना में शामिल होने के लिए तैयार हो जाएगा। मिलाइल लॉन्च के बाद और उसके पहले लॉक ऑन की स्थिति होगी।’ लॉक-ऑन का मतलब है कि लक्ष्य का पता चला है कि मिसाइल टार्गेट की पोजीशन की चेंज होने की स्थिति में भी अपना निशाना बना सकेगा। इसके अलावा एक और अधिकारी के मुताबिक, साल 2021 के अंत तक इस मिसाइल का आठ से 10 बार अटैक हेलिकॉप्टर से ट्रायल होगा।
बता दें कि MI-35 में अभी रूसी Shtrum मिसाइल है। जो 5 किमी की रेंज से टैंक को आसानी से निशाना बना लेती है। इस गनशिप में अलग-अलग कैलिबर के रॉकेट, 500 किलोग्राम के बम, 12.7 एमएम के बंदूकें और 23 एमएम की तोप शामिल है।