जिन्ना को लेकर विवादित बयान देने वाले मशकूर उस्मानी को कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव का टिकट क्या दिया नया सियासी बखेड़ा खड़ा हो गया. जिन्ना पर बयान देने वाले कैंडिडेट मशकूर उस्मानी को लेकर कांग्रेस की लगातार बिहार चुनाव में फजीहत हो रही है और अब इस पूरे मामले पर कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है. पार्टी के सूत्रों की मानें तो कांग्रेस जाले विधानसभा सीट से उस्मानी का पत्ता काट सकती है.
उस्मानी की जगह पार्टी किसी दूसरे कैंडिडेट को जाले से उम्मीदवार बना सकती है और इसके लिए पार्टी के बड़े नेता लगातार राहुल गांधी और कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी के संपर्क में है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत तमाम बड़े नेता महागठबंधन की ताजा प्रेस वार्ता में मौजूद रहे लेकिन इस सवाल पर सब ने चुप्पी साध ली. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह से जब सवाल हुआ तो उन्होंने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि इस मामले को सुरजेवाला समेत पार्टी के अन्य बड़े नेता देख रहे हैं और वही इस पर फैसला करेंगे.
बता दें कि मशकूर अहमद उस्मानी को कांग्रेस ने दरभंगा के जाले से उम्मीदवार बनाया है. उस्मानी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ के अध्यक्ष हुआ करते थे. मशकूल पर ये आरोप लगा था कि उन्होंने अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्र संघ के दफ्तर में पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की तस्वीर लगा रखी थी. इस मसले पर भारी विवाद हुआ था. इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मशकूर अहमद उस्मानी को टिकट दे दिया है. दरभंगा की जाले सीट से कांग्रेस में कई ब्राह्मण उम्मीदवार दावेदार थे. लेकिन कांग्रेस ने मुस्लिम उम्मीदवार को तवज्जो दी.
लेकिन उस्मानी को टिकट देने के बाद पार्टी में ही घमासान छिड़ गया है. उस्मानी को टिकट दिये जाने के खिलाफ कांग्रेस नेता एस मिश्रा ने इस्तीफा दे दिया है. मीडिया से बात करते हुए मिश्रा ने कहा कि वे ऐसे विवादित व्यक्ति को पार्टी कैंडिडेट के रूप में स्वीकार नहीं कर सकते. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को ये बताना चाहिये कि उस्मानी को कैसे टिकट दिया गया. उस्मानी कब से कांग्रेस के मेंबर बन गये.