जिस तरह से एक शरीर के सुचारू संचालन के लिए सभी अंगों की अपनी एक अहम भूमिका होती है। उसी तरह से शासन के सुचारू संचालन के लिए उसके हर स्तर पर तैनात हर प्रथम से लेकर अंतिम स्तर तक के व्यक्ति तक का किरदार अहम होता है। अगर इसमें से कोई भी निष्क्रिय हो जाए तो फिर स्थिति को अस्त-व्यवस्त होने से कोई नहीं रोक सकता है। हम ऐसा क्यों लिख रहे हैं, क्योंकि ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के मंंत्रियों, नेताओं व सरकारी पदाधिकारियों के साथ कल यानी की सोमवार को हुआ। कल बिजलीकर्मियों के कार्य बहिष्कार के कारण सूबे के सियासी नुमाइंदों को अंधेरे के बीच अपना बसेरा बनाकर रात काटनी पड़ सकती थी।
हालांकि, ऐसा नहीं था कि अपनी कुर्सी के दम पर बड़े-बड़े सूरमाओं के चारों खाने चित्त करने वाले इन सूरमाओं ने खुद अंधेरे से निजात पाने के लिए कोई कदम नहीं उठाना मुनासिब न समझा। इन्होंने हर वो कोशिश की जिससे कि इनके दामन में उजाला चमक सके। इन्होंने हर उस कोशिश अपने शबाब तक पहुंचाने की जहमत उठाई, जिससे की इनके अंधियारे आशियानों पर रोशनी की चमक जगमगा सके, लेकिन बिजली कर्मियों के रोष के आगे इनकी एक न चली। एक नहीं.. दो नहीं.. तीन नहीं बल्कि हजार फोन लगा लिए होंगे, लेकिन किसी भी बिजली कर्मियों ने फोन उठाने की जमहत तक न उठाई। सभी बिजली कर्मियों ने अपने कार्य का बहिष्कार किया हुआ है। अब ऐसे में यह अब करें तो करें क्या। अब सब जगह अंंधेरा ही अंधेरा दिखा तो तब इन्होंने मध्यांचल निगम के एमडी सूर्यपाल गंगवार निदेशक (तकनीकी) सुधीर कुमार को फोन लगाया गया, जिसके बाद फिर इन्हें कूपर रोड उपकेंद्र भेजा गया, जहां पर करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुन: बिजली की बहाली हो सकी।
खैर, अब यह ठहरे बड़े-बड़े सियासी सूरमा जो अपनी सत्ता के हनक में आकर अच्छे-अच्छों के हेकड़ी निकाल दिया करते हैं तो फिर इनके आशियाने में अंधेरा अपना ठिकाना बना ले ये भला कैसे मुनासिब रहेगा, लेकिन हां.. यह बात भी माननी पड़़ेगी कि बिजली कर्मियों ने अपने कार्य बहिष्कार के दम पर इनके पसीने छड़ा दिए। यहां पर हम आपको बताते चले कि सोमवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा सहित तीन दर्जन से अधिक मंत्रियों और करीब 150 विधायक, विधान परिषद सदस्यों के सरकारी आवास सहित राजधानी की बिजली सप्लाई ठप हो गई।इससे विक्रमादित्य मार्ग, माल एवेन्यू, गुलिस्तां कॉलोनी, महिला विधायक आवास, पीडब्ल्यूडी कॉलोनी सहित कई वीआईपी इलाकों की बिजली सप्लाई ठप हो गई। इससे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, स्वामी प्रसाद मौर्या, मोहसिन रजा, मुकुट बिहारी वर्मा, अनिल राजभर सहित तीन दर्जन से ज्यादा मंत्रियों के सरकारी आवास की बिजली गुल हो गई।