कोरोना वायरस के इस कहर में चीन की शातिराना चालों को ध्यान में रखते हुए भारत ने हाल ही में ड्रैगन के कुल 59 ऐप्स पर बैन लगा दिया था. इसमें चीन का सबसे पॉपुलर ऐप टिकटॉक (TikTok) भी शामिल है. दरअसल भारत ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा था कि इससे देश की सुरक्षा और अखंडता को खतरा है, इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर इन ऐप्स को प्रतिबंधित किया गया है. इसी बीच अब एक और बड़ी खबर ऑस्ट्रेलिया (Australia) से भी आ रही है. बताया जा रहा है कि यहां की सरकार भी राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टिकटॉक समेत कई ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है. कहा तो ये भी जा रहा है कि जल्द ही ऑस्ट्रेलिया की संसदीय समिति बैन को लेकर अपनी मंजूरी दे सकती है.
ऑस्ट्रेलिया के साथ ही अब अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो की ओर से भी बड़ा बयान सामने आ रहा है. उनका भी यही कहना है कि सुरक्षा को देखते हुए कई चायनीज ऐप्स पर बैन लगाया जा सकता है. आपको बता दें कि 29 जून को भारत में टिकटॉक, UC ब्राउजर समेत कई पॉपुलर चायनीज ऐप्स को देशभर में प्रतिबंधित कर दिया गया है. इससे चीन को बड़ा आर्थिक झटका भी लगा है.इतना ही नहीं भारत के इस कदम से चीन में बौखलाहट साफ देखी जा सकती है. ऐसे में अब ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की ओर से डेटा असुरक्षित होने का हवाला देकर चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाने का बयान चीन को एक और बड़ा झटका दे सकता है.
जानकारी के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में टिकटॉक ऐप को यूज करने वाले लोगों की संख्या 16 लाख से भी ज्यादा है. इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के सीनेटर जेनी मैकएलिस्टर ने बयान देते हुए कहा है कि टिकटॉक कंपनी से जुड़े अधिकारियों को जांच प्रकिया में अपना समर्थन देना चाहिए. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के स्ट्रेटजिक पॉलिसी संस्थान के एक्सपर्ट फर्गस रयान की ओर से भी दिए गए बयान में ये कहा गया है कि, टिकटॉक केवल प्रोपेगेंडा और मास सर्विलांस के लिए है. क्योंकि इस प्लेटफॉर्म पर जब चीन के खिलाफ कोई अपने विचार व्यक्त करता है तो उस पर सेंसर की कैंची चला दी जाती है. इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया के लिबरल सांसद और इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी कमेटी के अध्यक्ष एन्ड्रू हैस्टी की ओर से तो फरवरी में ही इस बात का हवाला दिया गया था कि ये ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर बड़ा खतरा है. यहां तक कि उनकी तरफ से दिए गए बयान में ये तक कहा गया था कि, ‘चीन के इंटेलिजेंस कानून 2017 के अनुसार, यहां की सरकार किसी भी वक्त कंपनियों से ये कह सकती है कि वो जानकारी उनसे भी साझा करें.
इसके अलावा सोमवार को अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो की ओर से भी चाइनीज ऐप्स को लेकर बड़ा बयान सामने आया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि, वहां की सरकार भी आने वाले समय में चीन के पॉपुलर टिकटॉक समेत कई ऐप्स को बैन कर सकती है. दरअसल फॉक्स न्यूज से हुई वार्ता में माइक पोम्पियो ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर अभी हम बारीकी से सोच-विचार कर रहे हैं. हो सकता है कि इस पर बहुत ही जल्द सरकार बड़ा कदम उठाए. इतना ही नहीं पोम्पियो ने तो ये भी बयान में कहा है कि जिस तरह से भारत ने चाइनीज ऐप्स को लेकर कदम उठाया है, उसी तरह से अमेरिका में भी इन ऐप्स पर बैन लगा देना चाहिए, और इस कदम की शुरूआत टिकटॉक ऐप से करनी चाहिए.