उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) के कानपुर एनकाउंटर (kanpur encounter) की चर्चा पूरे प्रदेश में है. इस घटना के बाद से प्रदेश में विपक्षी दलों ने भी योगी सरकार (yogi government) पर तीखा वार करना शुरू कर दिया है. प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए सीएम योगी ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई है. जिसमें मुख्य सचिव, अपर गृह सचिव, डीजीपी और सभी जोन के एडीजी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम योगी हालातों की समीक्षा करेंगे.
प्रदेश में ‘ऑपरेशन क्लीन’
मालूम हो कि, 3 जुलाई की रात कानपुर में हुई घटना के बाद ही सीएम योगी ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई है. ऐसा कहा जा रहा है कि, अब सीएम योगी अपराधियों के खिलाफ एक्शन मोड में आ चुके हैं और इस बैठक के बाद प्रदेश में विकास दुबे जैसे अपराधियों का सफाया करने के लिए ऑपरेशन क्लीन शुरू करने का आदेश दे सकते हैं. क्योंकि, घटना के बाद से ही गैंगस्टर विकास दुबे (gangster vikas dubey) पुलिस की पकड़ से बाहर है. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया हुआ है लेकिन अब तक कहीं से भी विकास दुबे को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है. पर माना जा रहा है कि, विकास दुबे इस बार योगी सरकार से बच नहीं पाएगा.
सीएम योगी दे सकते हैं आदेश
हाईलेवल मीटिंग में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हालातों की समीक्षा करने के साथ ही अपराधियों के खिलाफ एक्शन के लिए अधिकारियों को मार्गदर्शन दे सकते हैं. इसके अलावा सीएम योगी अपराधियों को पकड़ने के लिए समय सीमा भी तय कर सकते हैं यानि एक टारगेट तय कर सकते हैं. वैसे कानपुर कांड के आरोपी पर 50 हजार का इनाम घोषित किया जा चुका है. वहीं जो इस वारदात में शहीद हुए हैं उनके परिजनों को 1 करोड़ रुपए और परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया जा चुका है. बता दें, इस घटना के बाद से पूरे प्रदेश में गुस्सा है और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं.