साल का आखिरी सुपरमून आज होगा। शाम 4:15 बजे सुपरमून अपने चरम पर होगा। सुपरमून के दौरान चंद्रमा आम दिनों की अपेक्षा 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी ज्यादा चमकदार होगा। दोपहर में होने वाली खगोलीय घटना को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। लेकिन आप ऑनलाइन इस खूबसूरत सुपरमून को देख सकते हैं।
वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला के खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि चंद्रमा का केवल 59 फीसदी हिस्सा ही पृथ्वी से देखा जा सकता है। चंद्रमा की पृथ्वी के चक्कर काटने की कक्षा अंडाकार है। इस वजह से कई बार यह पृथ्वी के काफी पास तक आ जाता है। इस सुपरमून के दौरान यह पृथ्वी के 23 हजार किलोमीटर तक करीब होगा। सुपरमून के वक्त पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी घटकर केवल 3,61,184 किलोमीटर तक रह जाएगी। जिस वजह से ये धरती से ज्यादा बड़ा और चमकदार नजर आएगा।
क्या होता है सुपरमून
पृथ्वी का चक्कर लगाने के दौरान एक समय ऐसा आता है, जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है। पृथ्वी से ज्यादा नजदीक होने की वजह से चंद्रमा इस दौरान बहुत बड़ा और चमकीला दिखाई देता है। इसी अवस्था को सुपरमून कहते हैं।
सुपरमून के बाद चंद्र ग्रहण लगेगा
बताते चलें कि सुपरमून के बाद 5 जून को चंद्र ग्रहण का नजारा देखने को मिलेगा। यह ग्रहण 5 जून की रात से शुरू होगा, जो भारत में भी दिखाई देगा। जून की 21 तारीख को ही सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है।