पुणे और बेंगलुरु की तर्ज पर राजधानी में पार्किंग विकसित की जाएंगी। इन शहरों में मार्केट एरिया में ही ओपेन पार्किंग की व्यवस्था है। लोगों में जागरूकता है, एक भी ठेला इधर-उधर नहीं दिखता। सीएम ग्रिड योजना के तहत पुणे और बेंगलुरु में रोड और पाथ-वे डेवलपमेंट कार्य देखकर वापस लौटे नगर आयुक्त गौरव कुमार ने मंगलवार को ये बातें ”अमृत विचार” से साझा कीं।
उन्होंने बताया कि इन शहरों में मॉडर्न सड़कें विकसित की जा रही हैं। यहां सड़कें कम चौड़ी लेकिन पैदल चलने वालों के लिए 12 फुट चौड़े फुटपाथ हैं। लखनऊ में फुटपाथ पर अतिक्रमण हैं। नगर आयुक्त ने कहा कि जनता की सुविधा के लिए बनाये गए इन फुटपाथ पर अतिक्रमण अभियान चलाकर हटाए जाएंगे। अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सीएम ग्रिड योजना में वाटर लाइन के लिए फ्लैक्सिबल पाइप का होगा इस्तेमाल
लखनऊ में सीएम ग्रिड योजना के तहत बन रहीं सात सड़कों में वाटर लाइन डालने के लिए फ्लैक्सिबल पाइप का इस्तेमाल किया जाएगा। ये पाइप कहीं से भी मोड़ कर लगाए जा सकते हैं। नगर निगम के मुख्य अभियंता महेश गौतम ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुणे और बेंगलुरु में इन फ्लैक्सिबल पाइप का प्रयोग किया गया है। इससे वाटर लाइन डालने के लिए सड़क खोदने की जरूरत नहीं पड़ती।
इसके अलावा इंटरलाकिंग टाइल्स 60 एमएम थिकनेस की इस्तेमाल की जाएंगी। मुख्य अभियंता ने बताया कि इन शहरों में दूर तक सड़क पर ट्रांसफार्मर नहीं दिखते। मेन रोड पर ही ड्रेनेज भी डाला गया है। सड़क पर बोलार्ड का अधिक प्रयोग किया गया है, जिससे लोग घरों के सामने गाड़ियां खड़ी न कर सकें। सड़क पर रैम्प भी नहीं हैं।