पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत (India) पर हमले (Attack) के लिए चीन की लंबी दूरी की पीएल-15 मिसाइल का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की है। पाकिस्तानी वायुसेना ने शुक्रवार को कहा कि उसने बुधवार को भारत की ओर से पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी शिविरों को नष्ट करने के बाद चीनी पीएल-15 मिसाइल का इस्तेमाल किया था। यह स्वीकारोक्ति किसी भी देश की ओर से पीएल-15 मिसाइल के किसी संघर्ष में पहली बार इस्तेमाल किए जाने की पुष्टि करता है। चीनी मिसाइल का इससे पहले किसी संघर्ष में इस्तेमाल नहीं हुआ है। पीएल-15 एक रडार निर्देशित, लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। इसकी अनुमानित मारक क्षमता 200 किलोमीटर से अधिक है और इसे दुश्मन के विमानों के लिए बड़ा खतरा माना जाता है।
होशियारपुर-बठिंडा में बरामद मलवा संभवत: पीएल-15 मिसाइल का
पाकिस्तान की स्वीकारोक्ति इस अटकल को भी पुख्ता करती है कि बृहस्पतिवार को हमले की कोशिश के बाद पंजाब के होशियारपुर और बठिंडा जिलों में बरामद मिसाइल का मलबा संभवतः पीएल-15 का ही था। भारत की मजबूत वायु रक्षा प्रणालियों ने मिसाइल को हवा में ही रोक दिया था।
चीन ने हाल ही में पाकिस्तान को की थी मिसाइल की आपूर्ति
पीएल-15 को अपनी दृश्य-सीमा से परे की क्षमताओं के लिए जाना जाता है और इसे भारत के डीआरडीओ की विकसित एस्ट्रा हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल के बराबर माना जाता है। इसकी हाल ही में पाकिस्तान को चीन की ओर से आपूर्ति की गई थी। एक रक्ष विश्लेषक ने बताया कि पीएल-15 बहुत लंबी दूरी की चीनी मिसाइल है। इसे सार्वजनिक रूप से बहुत कम देखा गया है। संभवतः इसे पहली बार दागा गया है और हमारे वैज्ञानिक इसे बहुत बारीकी से देख रहे हैं, वे इसकी विशेषताओं की जांच कर रहे हैं।