बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नेता प्रतिप्रक्ष तेजस्वी यादव ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. तेजस्वी की मेहनत को देखते हुए राजद पार्टी में उनको लालू यादव के बराबर अधिकार दे दिए गए हैं. अथॉरिटी मिलते ही तेजस्वी ने पार्टी के लिए नए नियम तैयार करना शुरू कर दिए हैं.
दरअसल, तेजस्वी नहीं चाहते हैं कि उनसे जो चूक पिछली बार हो गई थी, वह फिर से दोहराई जाए. इसके लिए तेजस्वी ने सबसे पहले टिकट वितरण को लेकर नए और सख्त नियम बनाए हैं. राजद पार्टी ने घोषणा की है कि इस बार किसी भी अपराधी या बाहुबली छवि वाले नेता को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया जाएगा.
तेजस्वी यादव ने यह फैसला मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पर हुए जानलेवा हमले के बाद लिया. इस घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये सरकार की विफलता है. हमारी पार्टी ने निर्णय लिया है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में ऐसे किसी भी नेता को टिकट नहीं देगी, जिनकी छवि जनता के बीच अपराधी या बाहुबली की है. तेजस्वी ने इस घटना के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पास होम डिपार्टमेंट है. इस घटना को लेकर तो उनको सामने आकर बयान देना चाहिए. पटना में 200-200 राउंड गोलियां चलती है तो इसका जिम्मेदार कौन है?
तेजस्वी ने कहा कि अपराधी जो लोग भी है खुलेआम घूम रहे है. पिछले कुछ महीनों के अंदर सीएम ने अपने दो करीबी साथियों को अपनी कलम से बाहर निकालने का काम किया है. बिहार में अपराधियों को पूरा संरक्षण मिल रहा है. उन्होंने आगे कहा कि जब हम लोगों की सरकार बनेगी तो एक भी अपराधी नहीं बचेगा. सभी अपराधियों पर कार्रवाई होगी. सबको जेल भेजने का काम किया जाएगा. तेजस्वी के इस नियम से राजद नेताओं में खलबली मच गई है. दरअसल, राजद पार्टी ही सबसे ज्यादा दागियों को टिकट देने के लिए जानी जाती रही है.