महाराष्ट्र (Maharashtra) की नई बनने वाली सरकार में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) डिप्टी सीएम (Deputy CM) नहीं होंगे। उन्होंने बुधवार को ही सीएम पद से अपना दावा छोड़ते हुए कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमित शाह (Amit Shah) जो भी निर्णय लेंगे, वह उन्हें और पूरी शिवसेना (Shiv Sena) को स्वीकार होगा। तब से ही कयास लग रहे थे कि एकनाथ शिंदे अब डिप्टी सीएम होंगे, जबकि भाजपा (BJP) से देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) अब मुख्यमंत्री हो सकते हैं। इस बीच शिवसेना के नेता संजय शिर्सात का कहना है कि एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे कैबिनेट का हिस्सा तो होंगे, लेकिन वह डिप्टी सीएम नहीं बनेंगे।
शिवसेना के लीडर ने कहा, ‘एकनाथ शिंदे शायद डिप्टी सीएम नहीं बनेंगे। ऐसी जिम्मेदारी एक ऐसे नेता पर फिट नहीं बैठती, जो मुख्यमंत्री रह चुका हो।’ यही नहीं उन्होंने कहा कि शिवसेना की ओर से राज्य सरकार में किसी और नेता को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा। हालांकि उनकी ओर से यह स्पष्ट नहीं किया कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना किसे डिप्टी सीएम बना सकती है। पार्टी के शीर्ष नेता एकनाथ शिंदे ही हैं। ऐसे में किसे डिप्टी सीएम बनाया जाएगा, यह देखना दिलचस्प होगा। इस बार के विधानसभा चुनाव में एकनाथ शिंदे की शिवसेना के 57 उम्मीदवार जीते हैं।
बता दें कि बुधवार की शाम को एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि मैं राज्य के मुख्यमंत्री से बड़ा पद लाडला भाऊ का मानता हूं, जो मुझे ढाई साल के कार्यकाल में जनता ने दिया है। उन्होंने कहा था कि मेरी पीएम नरेंद्र मोदी से बात हुई है। इस दौरान मैंने कहा कि यदि सरकार गठन में मेरे चलते कोई अवरोध है तो मैं अलग हट जाता हूं। उन्होंने कहा कि मैं नाराज नहीं हूं और ना ही अलग हूं। हम तो जनता के हितों के लिए लड़ने वाले लोग हैं। एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम पूरी मेहनत से जनता के हितों के लिए काम करेंगे। हम पीएम मोदी और अमित शाह पर फैसला छोड़ते हैं। वह जिसे भी सीएम बनाएंगे, हम उसे स्वीकार करेंगे।
फडणवीस बोले- एक बार सीएम तय हो जाए, सब ठीक हो जाएगा
इस बीच निवर्तमान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि राज्य में महायुति एकजुट है। उन्होंने कहा, ‘एक बार मुख्यमंत्री तय हो जाने के बाद, वह व्यक्ति राज्य मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देगा।’ फडणवीस ने बाद में नागपुर में कहा कि महायुति के घटक दल एकजुट हैं। उन्होंने कहा, ‘सभी निर्णय सामूहिक रूप से लिए जाएंगे और हम अपने शीर्ष नेताओं के साथ बैठक करेंगे। यदि किसी को संदेह है तो एकनाथ शिंदे ने स्थिति स्पष्ट कर दी है।’ उन्होंने कहा, ‘(एकनाथ) शिंदे साहब, (उपमुख्यमंत्री और राकांपा नेता) अजित दादा पवार और मैं साथ हैं। महायुति गठबंधन में कोई विवाद नहीं है। चुनाव से पहले हमने कहा था कि सभी निर्णय हमारे वरिष्ठ नेतृत्व के साथ मिलकर लिए जाएंगे। हम संयुक्त निर्णय लेंगे।’