हवा में प्रदूषण के चलते ठंड पड़ने में रुकावट पड़ रही है, विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश होने के बाद मौसम खुलेगा जिसके बाद ठंड का असल रंग देखने को मिलेगा। फिलहाल ए.क्यू.आई. (एयर क्वालिटी इंडैक्स) में प्रदूषण ने धावा बोला हुआ है जिसके चलते दमघोटू हवाओं ने सांस लेना मुश्किल कर रखा है।
हवा में प्रदूषण का अधिमकत स्तर 350 के करीब पहुंच चुका है और ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर और भी बढ़ सकता है जिसके चलते सांस लेने में दिक्कतें देखने को मिलेगी। राजधानी दिल्ली सहित कई राज्यों ए.क्यू.आई. का स्तर बेहत खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है जोकि सरकार के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है। महानगर जालंधर में रात 10 बजे ए.क्यू.आई. का स्तर 250 के पार दर्ज किया गया है, जोकि खतरनाक स्थिति के हालात बयां कर रहा है। वहीं, तापमान में भी गिरावट जारी है, लेकिन उम्मीद के मुताबिक ठंड नहीं पड़ रही।
मौसम विज्ञान विभाग के चंडीगढ़ केन्द्र द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक जालंधर का अधिकतम तापमान 25 डिग्री रिकार्ड किया गया। पंजाब में सबसे अधिकतम तापमान पटियाला में देखने को मिला जोकि 27.8 डिग्री रिकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान में पठानकोट का तापमान 8.5 डिग्री रिकार्ड हुआ। वहीं, सुबह तड़कसार पड़ने वाली धुंध के कारण जन-जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। खासतौर पर वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते मौसम विभाग द्वारा सावधानी अपनाने की हिदायतें दी गई है। इसी क्रम में अगले 2 दिनों तक यैलो अलर्ट रहने वाला है और धुंध का प्रभाव बढ़ता हुआ देखने को मिलेगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक जी.टी. रोड पर धुंध का असर अधिक पड़ रहा है जिसके चलते लोगों को सावधानी अपनानी चाहिए और किसी भी ढंग से सफर करते वक्त अतिरिक्त समय लेकर निकलना चाहिए। वाहन चालक धीमी यात्रा करें व धुंध के बीच विजिबिलिटी कम होने की सूरत में कठिन ड्राइविंग के लिए खुद को तैयार रखें। ऐसे हालातों में सड़क यातायात में दुर्घटनाओं का खतरा रहता है, इसलिए सावधानी से यात्रा करना बेहद जरूरी समझना चाहिए। गाइडलाइन में कहा गया है कि बेहद जरूरी होने पर ही सुबह तड़कसार सड़क यातायात पर निकलना चाहिए। वाहन चलाते समय या किसी परिवहन माध्यम से बाहर निकलते समय विशेष सावधान रहें। धुंध के समय ड्राइविंग के दौरान फॉग लाइट का प्रयोग करना चाहिए।