कानपुर शहर में कहीं भी आग लगने पर उसे बुझाने के लिए अब रोबोट का प्रयोग किया जाएगा। प्रदेश में सबसे पहले कानपुर को मेड इन इंडिया रोबोट और ऑर्टिकुलेटिंग वाटर टावर (एडब्ल्यूटी) गाड़ी मिली है। दोनों उपकरणों में लगे कैमरे आग वाली इमारत के अंदर की सजीव स्थिति दर्शाएंगे।
इससे अंदर फंसे लोगों की सटीक जानकारी मिल सकेगी आैर उन्हें बचाया जा सकेगा। वहीं ऑर्टिकुलेटिंग वाटर टावर एक मिनट में चार हजार लीटर पानी की बौछार करने में सक्षम है। सीएफओ ने मंगलवार को दमकल कर्मियों संग नए उपकरणों का नारियल फोड़कर पूजन किया। जल्द ही इसका लोकार्पण मुख्यमंत्री से कराया जाएगा।
सीएफओ दीपक शर्मा के मुताबिक रोबोट के नोजल पर लगा कैमरा मौके की तस्वीरें भेजेगा। इसका नोजल 180 डिग्री तक घूम सकता है। इसमें बैटरियां लगी हैं। एक बार चार्ज करने पर इसे चार घंटे तक ऑपरेट किया जा सकता है। बेड़े में शामिल फायर स्केप ऑर्टिकुलेटिंग वाटर टावर 35 मीटर ऊंचाई तक पहुंचकर पानी की बौछार करने में सक्षम है।