जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को 26 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। इस बीच, भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के साथ सटे मेंढर सेक्टर में मतदान प्रक्रिया के सुचारू रूप से संचालन के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं।
मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है, ताकि मतदाता सुरक्षित तरीके से अपना मतदान कर सकें। मेंढर के डराना ई पिंक पोलिंग बूथ की तस्वीरें दर्शाती हैं कि मतदाताओं की सुविधाओं के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं। मतदान स्थल पर सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गई है, ताकि स्थानीय लोगों खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। मतदान केंद्रों पर मतदान कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई गई है।
स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि वह हरसंभव प्रयास कर रहे हैं कि वोटर बिना किसी भय के वोट डाल सकें। उन्होंने मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है।
जम्मू-कश्मीर में करीब दस साल बाद चुनाव हो रहे हैं। मतदाताओ में उत्साह देखा जा रहा है। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है। वोटर अपने पसंद के उम्मीदवारों को चुनने के लिए मतदान करने पोलिंग बूथों पर पहुंच रहे हैं।
बता दें कि दूसरे चरण में बुधवार को 26 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। कश्मीर के तीन जिलों की 15 सीट और जम्मू के तीन जिलों की 11 सीट पर मतदान जारी है। जम्मू कश्मीर की जनता 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेगी। चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को जारी होंगे।
दूसरे चरण के चुनाव को देखते हुए तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने वोटरों को लुभाने के लिए तरह-तरह के वादे किए हैं। कुछ नेताओं ने विशेष रूप से आर्टिकल 370 की वापसी की बात कही है। उनका कहना है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह आर्टिकल 370 को वापस लागू करने का प्रयास करेंगे। इसके अलावा, विकास, रोजगार और सामाजिक कल्याण से जुड़े वादे भी किए गए हैं।