लोकसभा चुनाव 2024 के लिए राष्ट्रीय पटल पर इंडिया गठबंधन की डोर से जुड़ी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच मध्य प्रदेश में तनाव देखने को मिल रहा है. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटा है और सूबे की राजनीति पर नजर रखने वाले मुख्य मुकाबल कांग्रेस बनाम भारतीय जनता पार्टी के बीच ही बता रहे हैं. हालांकि सीधे-साधे से इस गणित को उलझाने की कोशिश में कई दल उतर गए हैं. इन्हीं में से एक समाजवादी पार्टी भी है.
समाजवादी पार्टी पहले भी मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ती रही है और उत्तर प्रदेश से सटी मध्य प्रदेश की कई विधानसभाओं में जीत भी दर्ज करती रही है. इसबार के चुनाव में भी समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस पार्टी एक तरफ इंडिया गठबंधन की उन्हें दुहाई दे रही है तो सपा कांग्रेस पर ही सूबे में उनके वोट काटने का आरोप लगा रही है. समाजवादी पार्टी ने फिर एक बार यही दावा दोहराया है.
रविवार को समाजवादी पार्टी ने पिछले चुनावों की उन सीटों का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला, जहां पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे थे. इन सीटों का जिक्र करते हुए समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस पर सीधे-सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि ये वो सीटें हैं जहां पर कांग्रेस पार्टी ने सपा के वोट काटे और बीजेपी को जीतने में मदद की. इसी के साथ सपा का दावा है कि वो प्रदेश में कई बार कई सीटें जीत चुकी है और बीजेपी को हरा भी चुकी है.
दरअसल समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश में कई सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छुक थी. इसके लिए शुरुआत में कांग्रेस से गठबंधन की कोशिश की गई, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन से जुड़ी ये पार्टियां मध्य प्रदेश में ऐसा कोई फॉर्मूला नहीं बना सकीं. ऐसे में समाजवादी पार्टी ने अकेले ही मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने की ठानी. अब तक समाजवादी पार्टी 33 सीटों पर अपने उम्मीदावारों के नाम का ऐलान कर चुकी है. 230 विधासनभा सीटों वाले मध्य प्रदेश की 229 सीटों पर कांग्रेस पार्टी भी अपने उम्मीदावारों के नाम साफ कर चुकी है.