मार्च के 20 दिन गुजर चुके हैं और माैसम ने करवट ले ली है। देश के कई राज्यों में बाऱिश और ओलावृष्टि हो चुकी है और कई राज्यों में हो रही है। मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश तो छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि की संभावना है। वहीं उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान के कुछ हिस्सों और दिल्ली में हल्की बारिश के आसार है। पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में बारिश की गतिविधियों में काफी कमी आएगी। पश्चिम बंगाल, नॉर्थ ईस्ट में 23 मार्च तक मध्यम बारिश होने की संभावना है, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा में 21 मार्च तक भारी बारिश का अलर्ट है । तेज हवाओं और ओले पड़ने से पौधों और खड़ी फसलों को नुकसान हुआ है और आगे भी हो सकता है। ओले से खुले स्थान में मौजूद लोग और मवेशी चोटिल हो सकते हैं। तेज हवाओं से कमजोर ढांचों, कच्चे घरों, दीवारों और झोपड़ियों को नुकसान हो सकता है।
बारिश को तरस रही हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला पर इंद्रदेव खूब मेहरबान हो गए हैं। शिमला समेत आसपास के इलाकों में पिछले दो दिन से मेघ बरस रहे हैं। सोमवार को यहां दिन भर बारिश का दौर जारी रहने से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। साथ ही तापमान में गिरावट के साथ ठंड भी बढ़ गई है।
राज्य के मैदानी भागों में भी बारिश हुई है, जबकि उच्च पर्वतीय इलाकों में रुक-रुक कर हिमपात हो रहा है। इस बीच स्थानीय मौसम विभाग ने बारिश-बर्फबारी से राहत मिलने से इंकार किया है। विभाग ने मैदानी क्षेत्रों में 23 व 24 मार्च को भी बारिश व ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि अगले चार दिन पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश,ओलावृष्टि और बर्फबारी होने के आसार हैं। 21 व 22 मार्च को मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा, जबकि मध्यपर्वतीय व उच्च पर्वतीय इलाकों में बादलों के बरसने का अनुमान है। 23 व 24 मार्च को पूरे राज्य में मौसम के तेवर कड़े रहेंगे।