रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में अब नाटो देशों के शामिल होने और ऐसा होने पर तीसरा विश्वयुद्ध छिड़ने का खतरा और बढ़ गया है। दरअसल, नाटो के सदस्य पोलैंड ने दावा किया है कि उसके प्रेजेवोदो गांव में रूस की दो मिसाइलें गिरीं। इनसे 2 लोगों की मौत हुई। पोलैंड की सरकार ने बताया कि संकट की हालत को देखते हुए आपातकालीन बैठक की गई। वहीं, हंगरी के पीएम ने रक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। वहीं नाटो भी अब भटक गया है और आपातकालीन बैठक के बाद पोलिश सेना को अलर्ट मोड पर रहने रो कह दिया गया है।
पोलैंड की सरकार का दावा है कि मिसाइलें गिरी हैं। इनसे अनाज सुखाने के भंडार और एक अन्य जगह दो लोगों ने जान गंवाई। वहीं रूस की मिसाइलें गिरने की खबर के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलिंस्की ने बयान में कहा कि नाटो क्षेत्र पर हमला गंभीर मसला है। आतंक हमारे देश की सीमा तक ही नहीं रहा। कार्रवाई जरूरी हो गई है।
वहीं, अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक राइडर ने कहा कि नाटो के संविधान के अनुच्छेद 5 के तहत हम एक-एक इंच की सुरक्षा करेंगे। बता दें कि नाटो के संविधान के अनुच्छेद 5 के तहत किसी भी सदस्य देश पर हमला पूरे संगठन पर हमला माना जाता है।
इस बीच, जी-20 शिखर सम्मलेन में बाली गए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां ने पोलैंड के पीएम मैतियुज मोराविकी और राष्ट्रपति आंद्रे दुदा से बात की। सभी ने पोलैंड को हर तरह के समर्थन का ऐलान किया है।
नाटो देशों के इस तेवर के बाद रूस की तरफ से भी बयान जारी किया गया है। रूस ने कहा है कि उसने मंगलवार को यूक्रेन के पोलैंड से सटी सीमा के आसपास कोई मिसाइल नहीं दागी। रूसी विदेश मंत्रालय के मुताबिक ऐसे में कोई भी मिसाइल भटककर पोलैंड में नहीं गिर सकती। रूस ने पलटकर मामले को तूल देने की कोशिश का आरोप लगाया है।