डिजिटल दौर में साइबर अपराध काफी तेज़ी से बढ़ रहे हैं. हैकर्स ग्राहकों को चूना लगाने के लिए नया-नया तरीका तलाश करते हैं. 5जी लॉन्च होने के बाद स्पैमर्स को फिर मौका मिल गया है, जिससे वह ग्राहकों को बड़ी चपत लगाने की फिराक में हैं. स्पैमर्स लोगों 5जी नेटवर्क उपलब्ध कराने के लिए फर्जी लिंक भेज रहे हैं, जिसपर क्लिक करके यूज़र्स के अकाउंट को हैक किया जा रहा है.
इस तरह के फ्रॉड को फिशिंग कहते हैं, और ये संवेदनशील जानकारियां चुराने का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला तरीका है. इसमें हैकर्स द्वारा आपको ऐसा ईमेल भेजा जाता है, जिसे देखकर लगता है कि वो किसी बड़ी कंपनी की तरफ भेजा गया है. इसमें कोई लिंक या अटैचमेंट होते हैं, जिसे आपको डाउनलोड करना होता है.उस लिंक पर क्लिक करते ही या फाइल को डाउनलोड करते ही स्कैमर्स को आपकी डिवाइस और डेटा का एक्सेस मिल जाता है. इसलिए किसी ईमेल के लिंक पर क्लिक करने से पहले यह चेक कर लें कि वह ईमेल फर्जी तो नहीं है. इसी बीच जियो ने भी SMS भेजकर लोगों अलर्ट रहने के लिए कहा है.
जियो ने अड्वाइज़री में कहा है कि ऐसे किसी भी धोखाधड़ी वाले मैसेज से सावधान रहें जो आपको अपग्रेडेड सेवाओं का आनंद लेने के लिए अपने Jio नंबर के सिम को बदलवाने के लिए कहते हैं. ईमेल या SMS से प्राप्त किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें. ओटीपी और किसी अन्य गोपनीय वित्तीय जानकारी को चुराने के लिए धोखेबाज आपके डिवाइस को ‘मिरर’ कर सकते हैं.
क्या होता है डिवाइस मिरर करना?
जब किसी भी डिवाइस का एक्सेस हैकर किसी दूसरे डेस्कटॉप या डिवाइस पर ले लेता है तो उसे Mirror करना कहते हैं. इससे हैकर आपके डिवाइस के साथ जो चाहे वह कर सकता है.