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अमेरिका में गन कल्चर का कहर जारी, अंधाधुंध फायरिंग में पांच लोगों की मौत

अमेरिका (America) में एक बार फिर हथियारों का कहर देखने को मिला है. यहां के नॉर्थ कैरोलिना में अंधाधुंध फायरिंग (indiscriminate firing) हुई है. जिसमें अब तक पांच लोगों के मौत की खबर सामने आई है. साथ ही एक पुलिसकर्मी के भी मारे जाने की जानकारी है. घटना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है. साथ ही हमलावर को भी पुलिस ने पकड़ लिया है. फिलहाल पुलिस ने लोगों को घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी है.

अमेरिकी एजेंसियों (US agencies) की तरफ से बताया गया है कि हमलावर अचानक भीडभाड़ वाले इलाके में आया और उसने गोलियां चलानी शुरू कर दीं. सामने जो भी दिखा उसे गोली मारने की कोशिश की. इस दौरान पांच लोगों की मौत हुई और कुछ घायल भी बताए जा रहे हैं. वहीं हमलावर की एक गोली वहां मौजूद पुलिसकर्मी (policeman) को भी लगी, जिसकी कुछ देर बाद मौत हो गई. फिलहाल हमलावर (Attacker) से पूछताछ की जा रही है.

लगातार जारी है अमेरिका में गन कल्चर का कहर
अमेरिका में गन कल्चर (gun culture) का कहर लगातार जारी है. पिछले कुछ सालों में सैकड़ों लोगों की गोली लगने से मौत हुई है, जिसमें कई बच्चे भी शामिल हैं. हाल ही में अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्कूली बच्चों को फिर से टारगेट करने की कोशिश की गई थी. ओकलैंड में स्कूल कैंपस में जमकर फायरिंग हुई, जिसमें कई लोग घायल हुए. इससे पहले भी एक स्कूल पर गोलीबारी में 17 बच्चों की मौत हो गई थी. हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में बताया गया था कि इस साल अमेरिका में 96 लोगों की हत्या की गई है, जिसमें ज्यादतर गोलीबारी की घटनाएं शामिल हैं. इन मौतों में कई बच्चे भी शामिल हैं.

 

बाइडेन ने बनाया गन कंट्रोल बिल
बता दें कि अमेरिका में किसी के लिए भी बंदूक खरीदना काफी आसान है, जैसे दुकानों पर बाकी सामान बिकता है ठीक उसी तरह अमेरिका में बंदूकों की बिक्री होती है. हालांकि गन कल्चर के कहर को देखते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे लेकर सख्त कानून बनाने की बात कही और इसके बाद इस पर एक कानून भी बनाया गया. बाइडेन ने कहा था कि इससे लोगों की जान बच सकती है. खासतौर पर असॉल्ट हथियारों की बिक्री पर सख्ती दिखाई जा रही है. इसके अलावा बंदूक खरीदने वालों की सख्ती से जांच की जाएगी और जो लोग संदिग्ध या फिर खतरनाक हैं उनसे बंदूकों को वापस लिया जाएगा. अमेरिका में ये कानून लागू हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद मास शूटिंग की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रहीं.