छत्तीसगढ़ की आदिवासी लड़की (Chhattisgadh’s Tribal Girl) रितिका ध्रुव (Ritika Dhruv) को नासा के प्रोजेक्ट के लिए (For NASA Project) चुनी गई है (Selected) । अंतरिक्ष के वैक्यूम में ब्लैक होल से ध्वनि की खोज विषय पर दी गई एक प्रस्तुति पर 11वीं की छात्रा रितिका का चयन हुआ है । रितिका के पिता नयापारा में एक साइकिल रिपेयर की दुकान चलाते हैं।
रितिका के प्रेजेंटेशन से ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी बॉम्बे और सतीश धवन स्पेस सेंटर, आंध्र प्रदेश के वैज्ञानिक काफी प्रभावित हुए हैं। नासा के जिस प्रोजेक्ट के लिए रितिका का सिलेक्शन हुआ है, वह इसरो के अंतरराष्ट्रीय खगोलीय खोज सहयोग कार्यक्रम के अंतर्गत साझेदारी का हिस्सा है। सोसाइटी फॉर स्पेस एजुकेशन रिसर्च एंड डेवलपमेंट ने एस्टेरायड खोज अभियान के माध्यम से छात्रों को प्रोत्साहित करने को कहा है। प्रोजेक्ट के लिए देशभर से 6 स्कूली छात्रों को चुना गया है। इनमें आंध्र प्रदेश से वोरा विघ्नेश और वेमप्ति श्रीयेर, केरल से ओलविया जॉन, महाराष्ट्र से के. प्रणीता और श्रेयस सिंह शामिल हैं।
रितिका ध्रुव महासमुंद जिले के नयापारा स्थित स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल की 11वीं की छात्रा है। नासा के प्रोजेक्ट के लिए सिलेक्ट होने पर रितिका और उसके परिवार व दोस्त काफी खुश हैं। उसकी कामयाबी के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और शिक्षा मंत्री ने भी बधाई दी है। रितिका के पिता नयापारा में एक साइकिल रिपेयर की दुकान चलाते हैं।
रितिका जब कक्षा 8 में थी, तो उसने पहली बार अंतरिक्ष प्रश्नोत्तरी स्पर्धा में हिस्सा लिया था, तब से वह लगातार विज्ञान संबंधी गतिविधियों में हिस्सा लेती रही है। नासा के प्रोजेक्ट के लिए जब आवेदन आमंत्रित किए गए थे तो रितिका ने भी आवेदन किया। इसके बाद उसने कई स्तरों पर प्रेजेंटेशन दिया। पहले बिलासपुर में एक प्रतियोगिता में शामिल हुई और इसके बाद भिलाई स्थित आईआईटी में अपने प्रोजेक्ट की प्रस्तुति दी। इसके बाद रितिका को इसरो के श्रीहरिकोटा सेंटर में प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया। इस प्रोजेक्ट के लिए रितिका के अलावा 6 अन्य बच्चों को भी चुना गया है। श्रीहरिकोटा सेंटर में इन बच्चों को 6 अक्टूबर तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद नवंबर में इसरों में एस्टोरायड प्रशिक्षण शिविर में ये हिस्सा लेंगे।