पंजाब में आतंकी अलर्ट को लेकर राज्य पुलिस ने फुलप्रूफ प्लान तैयार कर लिया है। इसके तहत पाकिस्तान से लगते सीमांत क्षेत्रों में सात दिन 24 घंटे सशस्त्र नाके लगाने का निर्देश है। पुलिस मुख्यालय ने जिलों की क्यूआरटी टीम को भी अलर्ट कर दिया है। सूबे के 23 जिलों को इस योजना की जानकारी देकर क्रियान्वित करने का निर्देश दिया गया है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने पंजाब को इनपुट दिया है कि पाकिस्तान ने पांच आतंकवादी राजस्थान के जैसलमेर के रास्ते भारत-पाकिस्तान सीमा पार करने भेजे हैं। केंद्र के इस इनपुट के बाद पंजाब और राजस्थान की पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है।
पंजाब पुलिस ने 23 जिलों के सभी पुलिस महानिरीक्षक, उप महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया है कि वे जिलों के सभी संवेदनशील प्रतिष्ठानों और संभावित लक्ष्यों पर सुरक्षा व्यवस्था की योजना और समीक्षा में व्यक्तिगत रूप से शामिल हों। राज्य पुलिस से आतंकी हमलों से निपटने के लिए एहतियाती उपायों के बारे में भी पूछा गया है।
जिलों में भेजे गए फुलप्रूफ प्लान में कहा गया है, सभी सड़कों, सीमा क्षेत्र की ओर जाने वाले मार्गों पर विशेष रूप से सातों दिन 24 घंटे सशस्त्र नाकों की तैनाती सुनिश्चित करें, ताकि किसी भी व्यक्ति और आतंकवादी गतिविधि को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कमजोर किया जा सके।
अलर्ट में कहा गया है कि क्यूआरटी (क्विक रिएक्शन टीम) अलर्ट रहेंगी। साथ ही बीपी (बुलेट प्रूफ) वाहनों को प्रमुख सरकारी इमारतों पर तैनात करने खासकर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) रक्षा प्रतिष्ठानों, प्रतिष्ठानों के पास और खतरे में किसी भी अन्य महत्वपूर्ण स्थापना को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
अलर्ट में सीसीटीवी फीड की रीयल-टाइम निगरानी और डेटा के बैकअप के साथ नाइट विजन सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सभी संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी करने को कहा गया है।
अलर्ट में कहा गया है कि ज्ञात और संदिग्ध सीमा पार तस्करों और कोरियर की किसी भी पाक-आधारित संस्थाओं के संपर्क में रहने के लिए बारीकी से निगरानी की जाए। इसका उपयोग सीमा पार घुसपैठ या हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में किया जा सकता है।