बिहार में नीतीश कुमार की नई सरकार में 35 विधायक मंत्री बन सकते हैं। नीतीश कुमार बुधवार को आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। इसके बाद नई कैबिनेट के गठन की कवायद की जाएगी। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार के नए मंत्रिपरिषद में आरजेडी के सबसे ज्यादा मंत्री होंगे। वहीं, जेडीयू से अधिकतर पुराने चेहरों को शामिल किया जाएगा। कांग्रेस के चार और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है।
बिहार में मौजूदा विधायकों की संख्या के मुताबिक मुख्यमंत्री को छोड़कर 35 मंत्री बन सकते हैं। किस पार्टी के कितने नेताओं को मंत्रिपरिषद में शामिल किया जाएगा, इसका फैसला महागठबंधन के नेता बैठकर तय करेंगे। हालांकि, सियासी गलियारों में नीतीश कुमार की नई कैबिनेट को लेकर कयासों का बाजार गर्म है।
चार विधायकों पर एक मंत्री का फॉर्मूला
बिहार में कुल विधायकों की संख्या 243 है। इनमें से 164 विधायकों ने नीतीश कुमार को समर्थन दिया है। हालांकि वामदलों ने सरकार में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है, वे सिर्फ बाहर से महागठबंधन को समर्थन देंगे। ऐसे में देखा जाए तो 143 विधायक ही सीधे तौर पर सरकार का हिस्सा रहेंगे। इनमें से अधिकतम 35 को मंत्री बनाया जा सकता है। यानी कि चार विधायकों पर एक विधायक का फॉर्मूला लागू हो सकता है।
किस पार्टी से कितने मंत्री?
बिहार विधानसभा में लालू प्रसाद यादव की आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है। इसलिए आरजेडी कोटे से सबसे ज्यादा 20 मंत्री बनाए जा सकते हैं। वहीं जेडीयू कोटे से 11 से 13 मंत्री बनने की चर्चा है। इसके अलावा कांग्रेस सले अधिकतम चार, जीतनराम मांझी की हम से एक और एक निर्दलीय को मंत्री बनाया जा सकता है।
नीतीश कुमार की नई मंत्रिपरिषद के संभावित नाम
महागठबंधन सरकार के मुखिया नीतीश कुमार की नई मंत्रिपरिषद में जेडीयू कोटे से लगभग पुराने नेताओं को ही शामिल किया जाएगा। जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को भी मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं, आरजेडी कोटे से तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बन रहे हैं। उनके अलावा तेज प्रताप यादव, आलोक कुमार मेहता, चंद्रशेखर, सुनील कुमार सिंह, भाई वीरेंद्र, अनीता देवी, सुरेंद्र यादव का नाम चर्चा में है। कांग्रेस की ओर से अजीत शर्मा, मदन मोहन झा, शकील अहमद औऱ राजेश राम को मंत्री बनने की रेस में सबसे आगे हैं। हम से संतोष कुमार सुमन का मंत्री बनना लगभग तय है। वहीं निर्दलीय सुमित कुमार सिंह भी मंत्री बन सकते हैं, वे एनडीए सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।
आरजेडी के कोटे में जाएगा विधानसभा अध्यक्ष का पद
महागठबंधन सरकार में विधानसभा अध्यक्ष का पद आरजेडी के हिस्से में जाने के आसार हैं। आरजेडी में सबसे वरिष्ठ और सुलझे हुए विधायक अवध बिहारी को विधानसभा स्पीकर बनाया जा सकता है।