पाकिस्तान (Pakistan) के रावलपिंडी (Rawalpindi) में डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए आपातकाल घोषित (emergency declared) कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के लिए रावलपिंडी जिले को सर्वाधिक संवेदनशील (most sensitive) करार दिया है। एक खबर के मुताबिक, पंजाब स्वास्थ्य विभाग ने लाहौर जिले को भी सबसे संवेदनशील घोषित किया है।
हालात पर काबू पाने के लिए जिले में 1,000 से अधिक टीमों का गठन किया गया है। आंकड़ों के मुताबिक जिले भर में डेंगू के संदिग्ध मरीजों की संख्या 91 पहुंच गई है, जिनमें से 29 मरीजों में डेंगू वायरस पाया गया है। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि डेंगू रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अधिकारी ने डेंगू के बढ़ते मामलों के बारे में और जानकारी देते हुए कहा कि कहुता और चक जलालदीन ऐसे इलाके हैं जहां से सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसके अलावा शहर के भीतरी इलाकों और छावनी क्षेत्रों के रिहायशी इलाकों में लगातार बड़ी संख्या में डेंगू के लार्वा पाए जा रहे हैं।
724 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज
अधिकारी ने कहा कि डेंगू रोधी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन नहीं करने के लिए 724 से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। अगस्त के पहले सप्ताह में, 98,120 घरों की जांच के दौरान 1,357 घरों में डेंगू के लार्वा पाए गए। डेंगू रोधी अभियान के तहत 297 भवनों को सील किया गया, जबकि अब तक लापरवाही के लिए 23 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया जा चुका है।