कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में भारत (India) अब तक 26 पदक जीत चुका है। इसमें नौ स्वर्ण, आठ रजत और नौ कांस्य पदक शामिल हैं। आठवें दिन पहलवान बजरंग पूनिया (Wrestlers Bajrang Poonia), दीपक पूनिया (Deepak Poonia) और साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने स्वर्ण जीता। अंशु मलिक ने रजत जीता। वहीं, दिव्या काकरन और मोहित ग्रेवाल ने कांस्य जीता। भाविना ने भी पैरा टेबल टेनिस के फाइनल में जगह बना ली है और पदक पक्का कर लिया है।
भारत के पदक विजेता
9 स्वर्णः मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा, अंचिता शेउली, महिला लॉन बॉल टीम, टेबल टेनिस पुरुष टीम, सुधीर (पावर लिफ्टिंग), बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, दीपक पूनिया
8 रजतः संकेत सरगरी, बिंदियारानी देवी, सुशीला देवी, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान, मुरली श्रीशंकर, अंशु मलिक
9 कांस्यः गुरुराजा पुजारी, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, सौरव घोषाल, गुरदीप सिंह, तेजस्विन शंकर, दिव्या काकरन, मोहित ग्रेवाल
महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में हारी
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में महिला हॉकी के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को शूटआउट 3-0 से हरा दिया। फुल टाइम के बाद स्कोर 1-1 से बराबर रहा था। इस तरह मैच पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा था। शूटआउट में दोनों टीमों को पांच-पांच प्रयास मिलते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती तीनों गोल दागे, जबकि भारतीय टीम की ओर से कोई खिलाड़ी गोल नहीं दाग सका।
पहले तीन प्रयासों में विफल रहने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम जीत गई। अब महिला हॉकी के फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड से भिड़ेगी। वहीं, भारतीय महिला टीम के लिए अभी उम्मीदें खत्म नहीं हुई हैं। टीम इंडिया अब कांस्य पदक के लिए न्यूजीलैंड से रविवार को भिड़ेगी। वहीं, भारतीय पुरुष हॉकी टीम शनिवार को सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी।
हिमा दास 200 मीटर स्प्रिंट के फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकीं
भारत की स्टार स्प्रिंटर हिमा दास 200 मीटर स्प्रिंट के फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकीं। उन्होंने सेमीफाइनल हीट को तीसरे स्थान पर रहकर खत्म किया। सेमीफाइनल में एक हीट से टॉप दो खिलाड़ी फाइनल के लिए क्वालिफाई करता है। हिमा ने सेमीफाइनल में 23.42 सेकेंड का समय निकाला। इस तरह 200 मीटर स्प्रिंट में हिमा दास का सफर समाप्त हुआ।
2018 कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट मनिका बत्रा बाहर
2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट मनिका बत्रा महिला टेबल टेनिस के सिंगल्स मुकाबले में हारकर राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर हो गई हैं। डिफेंडिंग चैंपियन मनिका को सिंगापुर को जियान जेंग ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 4-0 से हरा दिया। सिंगापुर की खिलाड़ी ने मनिका को पहले गेम में 12-10, दूसरे गेम में 11-9, तीसरे गेम में 11-4 और चौथे गेम में 11-7 से हराया। इस तरह 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला एकल की गोल्ड मेडलिस्ट मनिका बत्रा का सफर क्वार्टर फाइनल में ही खत्म हो गया।
मोहित ग्रेवाल ने भी कांस्य पदक जीता
भारतीय पहलवान मोहित ग्रेवाल ने फ्रीस्टाइल 125 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीत लिया है। उन्होंने जमैका के एरॉन जॉनसन को 6-0 से हरा दिया। कुश्ती में भारत का यह छठा पदक हैं। शुक्रवार को छह पहलवान उतरे और सभी ने देश को पदक दिलाया। इस तरह भारत के पदकों की संख्या 26 हो गई है।
दिव्या काकरन ने जीता कांस्य
2018 राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता दिव्या काकरन बर्मिंघम से भी खाली हाथ नहीं लौटेंगी। उन्होंने फ्रीस्टाइल 68 किग्रा वर्ग में टोंगा की लिली कॉकर को 2-0 से हराया। उन्होंने यह मैच सिर्फ 30 सेकंड में अपने नाम कर लिया। दिव्या ने एशियाई खेलों (2018) में भी कांस्य पदक जीता था।
दीपक ने पाकिस्तान के पहलवान को पटका
दीपक पूनिया ने भारत को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में अब तक का सबसे यादगार स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने फ्रीस्टाइल 86 किग्रा वर्ग में पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को हरा दिया। इनाम के खिलाफ पूनिया ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। उन्होंने पाकिस्तानी पहलवान को एक भी मौका नहीं दिया। दीपक ने यह मैच 3-0 से अपने नाम कर लिया। यह राष्ट्रमंडल खेलों में दीपक पूनिया का पहला पदक है। भारत को कुश्ती में तीसरा स्वर्ण मिला है।
साक्षी ने रचा इतिहास
साक्षी मलिक ने राष्ट्रमंडल खेलों में इतिहास रच दिया। उन्होंने पहली बार स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। साक्षी ने फ्रीस्टाइल 62 किग्रा वर्ग में कनाडा की एन्ना गोडिनेज गोंजालेज को हराया। साक्षी ने पहले विपक्षी खिलाड़ी को चित्त कर चार अंक हासिल किए। उसके बाद पिनबॉल से जीत हासिल की। साक्षी इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों में रजत (2014) और कांस्य पदक (2018) जीत चुकी थीं।
बजरंग ने दिखाया बल, जीता सोना
भारत के दिग्गज पहलवान बजरंग पूनिया ने राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीत लिया है। उन्होंने फ्रीस्टाइल 65 किग्रा वर्ग में कनाडा के लचलान मैकनिल को 9-2 से हराया। भारत का बर्मिंघम में कुश्ती में यह पहला और कुल छठा स्वर्ण पदक है। बजरंग ने इससे पहले 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण जीता था। वहीं, 2014 में उन्होंने रजत पदक अपने नाम किया था। कुश्ती में इस बार भारत का यह दूसरा पदक है। बजरंग से पहले अंशु मलिक रजत पदक जीतने में कामयाब हुई थीं।
अंशु मलिक ने जीता रजत पदक
भारत की पहलवान अंशु मलिक को फ्रीस्टाइल 57 किग्रा वर्ग में रजत पदक से संतोष करना पड़ा। उन्हें फाइनल में नाइजीरिया की ओडानायो फोलासाडो 3-7 से हराया। ओडानायो ने लगातार तीसरी बार स्वर्ण जीता है। वहीं, अंशु को पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में कोई पदक मिला है। उनका यह पहला ही राष्ट्रमंडल खेल है।
टेबल टेनिस में शरथ और श्रीजा की जोड़ी जीती
टेनिस के मिश्रित युगल में शरथ और श्रीजा की जोड़ी ने इंग्लैंड की जोड़ी को 3-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है। भारतीय जोड़ी ने यह मैच 11-7, 8-11, 11-8, 11-13, 11-9 के अंतर से जीता।