महाराष्ट्र (Maharashtra) में सत्ता खोने के बाद शिवसेना नेता (Shiv Sena leader) आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने पार्टी के बागी नेताओं (rebel leaders) के लिए एक संदेश दिया है. आदित्य ने कहा कि जो पार्टी छोडकर गए हैं अगर वह वापस आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. उन्होंने कहा, ‘असली शिवसेना’ पर लड़ाई जारी है. जो लोग हमारे साथ विश्वासघात कर रहे हैं, मैंने उनसे कहा है कि अगर आप वापस आना चाहते हैं, तो दरवाजा हमेशा खुला है।
आदित्य ठाकरे ने एक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में महाराष्ट्र में उनकी सरकार को ‘अवैध और असंवैधानिक’ करार देने पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित पार्टी के बागी विधायकों पर निशाना साधा।
शिंदे के विद्रोह से उपजा राजनीतिक संकट
गौरतलब है कि आदित्य ठाकरे का यह बयान ऐसे समय आया है जब महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के विद्रोह से राजनीतिक संकट उत्पन्न हो गया है. पिछले महीने एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. बाद में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल’ होने पर सभी पार्टी पदों से हटा दिया।
आदित्य ठाकरे ने कहा- हम लोगों के संपर्क में
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट की ओर से मुख्यमंत्री शिंदे को शिवसेना के नेता के रूप में चुनने का प्रस्ताव पारित करने के साथ ही शिवसेना के लिए लड़ाई जारी है. उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट के भीतर चल रहे खींचतान के बीच आदित्य ठाकरे ने शनिवार को कहा, ‘हम उनके (विद्रोही शिवसेना नेताओं) संपर्क में नहीं हैं. हम केवल लोगों के संपर्क में हैं।’
कई नेताओं ने किया एकनाथ शिंदे का समर्थन
हाल ही में आदित्य ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना की युवा विंग में नेता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समर्थन में खुलकर सामने आ गए. इससे पहले मुंबई मेट्रोपोलिटन एरिया की महानगरपालिकाओं से बड़ी संख्या में कॉर्पोरेटरों ने एकनाथ शिंदे को समर्थन देने का ऐलान किया था. युवा सेना के सचिव और ठाणे महानगरपालिका से पार्षद पुर्वेश सरनाइक पहले ही शिंदे खेमे में शामिल हो चुके हैं।