एक जुलाई से पूरे देश मे सिंगल यूज प्लास्टिक (on single use plastic) पर लागू होने वाले प्रतिबंध को व्यापारियों ने टालने की मांग की है. कारोबारियों (businessmen) की की संस्था कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने शुक्रवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव(Minister Bhupendra Yadav) को चिट्ठी लिख कर प्रतिबंध लागू होने की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की है. CAIT ने अपने पत्र में कहा कि पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है, ऐसे में सिंगल यूज प्लास्टिक की बिना वैकल्पिक व्यवस्था के प्रतिबंध (Sanctions) व्यापार और उद्योग(trade and Industry) के लिए बहुत हानिकारक साबित होगा.
बैन को टालने की मांग
कैट ने अपने पत्र में मांग की है कि सिंगल यूज प्लास्टिक के जब तक विकल्प देश मे बड़े पैमाने पर नहीं बन जाते तब तक इस प्रतिबंध को स्थगित किया जाए.साथ ही कैट ने इस पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से मिलने का समय भी मांगा है.
कारोबारियों को नुकसान की आशंका
कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने जी न्यूज से बात करते हुए कहा कि चूंकि व्यापारी, उपभोक्ताओं और जनता के लिए पहला संपर्क बिंदु हैं, इसलिए इस आदेश का विपरीत असर सीधा सबसे पहले उन पर पड़ेगा जो कि उत्पाद बेचते हैं या फिर खरीदते हैं.
खंडेलवाल के मुताबिक देश में सिंगल यूज प्लास्टिक का 98% इस्तेमाल बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां, ई-कॉमर्स, वेयरहाउसिंग हब, उद्योग और अन्य प्रकार की उत्पादन इकाइयों द्वारा या तो अपनी उत्पादन में या फिर तैयार समान की पैकेजिंग में करती हैं. ऐसे में अगर एक जुलाई से बैन लग जाता है तो दुकानदारों के पास रखा सामान खराब हो जाएगा और उनके नुकसान के साथ क्योंकि सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प काफी महंगे हैं जिसकी वजह से दाम भी बढ़ जाएंगे.