क्राइम ब्रांच कुछ सालों से लगातार इंदौर में हथियार बेचने आने वाले सिकलीगरों की धरपकड़ कर रही है। दो दर्जन से अधिक सिकलीगरों को गिरफ्तार कर तीन सौ से अधिक पिस्टल जब्त कर चुकी है। इन लोगों से पूछताछ में पुलिस को कई चांैकाने वाली जानकारियां मिली हैं।
एडिशनल कमिश्नर क्राइम राजेश हिंगनकर ने बताया कि पुलिस को पता चला है कि इन लोगों ने अवैध हथियार बेचकर संपत्ति और गाड़ियां खरीद ली हैं। पुलिस उनकी संपत्ति की जांच करवा रही है, ताकि या तो उसे फ्रीज किया जा सके या फिर अवैध है तो तोड़ा जा सके। ऐसे एक दर्जन से अधिक सिकलीगरों की संपत्ति की जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं पुलिस को पता चला है कि युवा सिकलीगर अब फ्लाइट से घूमते हैं।
इसके अलावा पुलिस से बचने के लिए हथियारों की ऑनलाइन खरीद-फरोख्त करने लगे हैं। कुछ सिकलीगरों ने गांव के मजदूरों के बैंक खाते किराए पर ले रखे हैं। इनमें वे पहले एडवंास में ऑनलाइन पैसा जमा करवाते हैं, फिर हथियारों की डिलीवरी देते हैं। कुछ समय पहले खरगोन पुलिस ने गुजरी में एक सिकलीगर के अवैध मकान को तोड़ा था। अब इंदौर पुलिस भी इस तरह की कार्रवाई कर रही है।
चोरी करने जाते हैं दिल्ली और छत्तीसगढ़
पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि खरगोन, खंडवा, देवास और इंदौर के आकाश नगर के सिकलीगर ताला-चाबी बनाने के बहाने चोरी करने दिल्ली और छत्तीसगढ़ जाते हैं और चार-पांच वारदात करने के बाद भाग आते हैं। यह भी पता चला है कि इनके डेरों पर जुए के बड़े अड्डे चलते हैं, जहां सिकलीगर लाखों का जुआ खेलते हैं।