फिलाडेल्फिया में 10 साल की बच्ची की मौत के मामले में उसके परिजनों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक के खिलाफ केस दर्ज कराया है। दरअसल, बच्ची टिकटॉक पर ब्लैकआउट चैलेंज के तहत गेम खेल रही थी और उस दौरान उसकी मौत हो गई थी। अब बच्ची के परिजनों ने टिकटॉक पर गलत प्रॉडक्ट की मार्केटिंग करने और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला नायला एंडरसन नाम की 10 साल की बच्ची से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि वह काफी होशियार थी और तीन भाषाएं बोल सकती थी। सात दिसंबर को वह फिलाडेल्फिया स्थित अपने घर में बेहोशी की हालत में मिली थी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन पांच दिन बाद उसकी मौत हो गई थी। अब इस मामले में बच्ची के परिजनों ने गुरुवार (12 मई) को टिकटॉक के खिलाफ केस दर्ज कराया।
टिकटॉक पर लगाया यह आरोप
एंडरसन के परिजनों का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लगातार गलत उत्पादों की मार्केटिंग कर रहा है, जिससे बच्चों पर काफी खराब असर पड़ा है। उन्होंने शिकायत में बताया कि बच्ची के फॉर यू पेज पर कई ऐसी चीजें मिलीं, जिनमें वह ब्लैकआउट चैलेंज के तहत काफी खतरनाक काम कर रही थी। इसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
टिकटॉक ने साधी चुप्पी
इस पूरे मामले में टिकटॉक की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं की गई है। हालांकि, जब एंडरसन की मौत हुई थी, तब कंपनी के प्रवक्ता की ओर से बयान जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि ब्लैकआउट चैलेंज की शुरुआत टिकटॉक ने नहीं की थी। अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह काफी पहले से था। टिकटॉक ने कहा था कि वह अपने यूजर्स की सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी को लेकर सतर्क रहता है। वह अपने एप से ब्लैकआउट चैलेंज से संबंधित सभी सामग्री हटा देगा। साथ ही, उसने बच्ची की मौत पर दुख भी जताया था।