रूस-यूक्रेन संकट (Russia-Ukraine crisis) का असर देश की अर्थव्यवस्था पर दिखने लगा है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार (country’s foreign exchange reserves) 15 अप्रैल को समाप्त हफ्ते में 31.1 करोड़ डॉलर घटकर (down $311 million) 603.694 अरब डॉलर (603.694 billion dollars) रह गया। इससे पहले 8 अप्रैल को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 2.471 अरब डॉलर घटकर 604.004 अरब डॉलर था। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी।
आरबीआई के जारी साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (एफसीए) घटने की वजह से आई है, जो कि कुल मुद्रा भंडार का एक अहम हिस्सा होता है। आंकड़ों के मुताबिक एफसीए 87.7 करोड़ डॉलर घटकर 536.768 अरब डॉलर रह गया है। हलांकि, इस दौरान स्वर्ण भंडार 62.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 43.145 अरब डॉलर पहुंच गया।
आंकड़ों के मुताबिक समीक्षाधीन हफ्ते में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) भी 4.4 करोड़ डॉलर घटकर 18.694 अरब डॉलर रह गया है। आईएमएफ में रखे गए देश का मुद्रा भंडार 1.6 करोड़ डॉलर घटकर 5.086 अरब डॉलर पर आ गया। दरअसल डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखी जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है।