आज घरेलू बाजार में सोने की वायदा कीमत में गिरावट आई। पिछले सत्र में कारोबार के दौरान करीब छह माह के निचले स्तर, 45880 पर पहुंचने के बाद आज एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.1 फीसदी नीचे 46233 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी 59657 रुपये प्रति किलोग्राम पर सपाट रही।
पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से अब भी 9967 रुपये नीचे है। पिछले सत्र में सोना 0.65 फीसदी उछला था और चांदी में 0.6 फीसदी की गिरावट आई थी। अगस्त में सोने के अधिक आयात के बावजूद, भारत में सोने की भौतिक मांग कमजोर रही। घरेलू डीलरों को उम्मीद है कि आने वाले त्योहारी सीजन में और ग्राहक आएंगे।
वैश्विक बाजार में इतनी है कीमत
व्यापक प्रोत्साहन के परिणामस्वरूप होने वाली संभावित मुद्रास्फीति और मुद्रा में गिरावट के खिलाफ सोने को एक बचाव के रूप में देखा जाता है। वैश्विक शेयर बाजारों में बिकवाली के बावजूद सोना मामूली गिरावट के साथ 1,764.94 डॉलर प्रति औंस रहा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आज से शुरू होने वाली दो दिवसीय नीति बैठक से पहले निवेशक सतर्क रहे। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.1 फीसदी ऊपर 22.26 डॉलर प्रति औंस पर रही।
स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमत पर आधारित होते हैं। पीली धातु के दाम में आए उतार-चढ़ाव पर ही इसका दाम भी घटता-बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है।
अप्रैल-जुलाई में आभूषण निर्यात बढ़कर 12.5 अरब डॉलर पर पहुंचा
अप्रैल से जुलाई 2021 के दौरान देश का रत्न एवं आभूषण निर्यात 6.04 फीसदी बढ़ा और 12.55 अरब डॉलर पर पहुंच गया। 2019-20 की समान अवधि में यह आंकड़ा 11.8 अरब डॉलर था। अमेरिका, चीन और हांगकांग जैसे प्रमुख निर्यात गंतव्य वाले बाजारों में निरंतर होने वाले सुधार से निर्यात में तेजी आई है।
जीजेईपीसी ने बताया कि जुलाई में देश का निर्यात 18 फीसदी बढ़कर 3.36 अरब डॉलर रहा। वहीं पिछले साल की समान अवधि में यह 3.87 अरब डॉलर रहा था। सोने के आभूषणों का निर्यात 38.5 फीसदी कम होकर 2.41 अरब डॉलर रह गया। चांदी के आभूषणों का निर्यात बढ़कर 84.3 करोड़ डॉलर रहा।