श्रीलंका की नौसेना (Sri Lanka Navy) ने कम से कम 54 भारतीय मछुआरों (Indian Fishermen) को गिरफ्तार कर लिया है. इन मछुआरों के पांच जहाजों को भी कब्जे में ले लिया गया है. श्रीलंकाई नौसेना ने भारतीय मछुआरों पर आरोप लगाया है कि इन्होंने देश के जलक्षेत्र में अवैध शिकार किया. गुरुवार को एक आधिकारिक बयान में इसकी जानकारी दी गई. श्रीलंका द्वारा इन्हें बुधवार को देश के उत्तरी और उत्तरी पूर्वी तट से गिरफ्तार किया गया.
नौसेना ने अपने बयान में कहा, स्थानीय मछली पकड़ने वाले समुदाय और श्रीलंका के मत्स्य संसाधनों की स्थिरता पर श्रीलंकाई जल में विदेशी मछुआरों के अवैध शिकार के प्रभाव पर विचार किया गया है. इसके बाद नौसेना श्रीलंकाई जल में अवैध मछली पकड़ने की गतिविधियों को रोकने के लिए नियमित गश्त कर रही है. बयान में कहा गया कि जाफना के कोविलन तट से तीन नॉटिकल मील दूर नौसेना ने एक बड़े भारतीय मछली पकड़ने वाले जहाज को पकड़ा. इस पर 14 लोग सवार थे.
मछुआरों ने श्रीलंका के जलक्षेत्र में किया प्रवेश: श्रीलंकाई नौसेना
श्रीलंकाई नौसेना ने बताया कि मन्नार से सात नॉटिकल मील दूर और इरानातिवू द्वीप से पांच नॉटिकल मील दूर दो अन्य भारतीय जहाजों को जब्त किया गया. दोनों जहाजों पर कुल मिलाकर 20 लोग सवार थे. बयान में कहा गया, मुल्लैतिवु से 7.5 नॉटिकल मील दूर दो अन्य भारतीय जहाजों को नौसेना ने अपने कब्जे में लिया. इन दोनों जहाजों पर भी कुल मिलाकर 20 मछुआरे थे. इसमें कहा गया कि जहाजों ने इंटरनेशनल बाउंड्री लाइन (IMBL) को पार करते हुए 62 नॉटिकल मील दूर तक के जलक्षेत्र में प्रवेश किया.
मछुआरों का मुद्दा भारत-श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंधों में बड़ी अड़चन
बयान में कहा गया कि नौसेना ने पहले भारतीय अधिकारियों को बताया था कि भारतीय मछुआरों के जहाज उनके जलक्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं. दोनों देशों के मछुआरों को अनजाने मे एक-दूसरे के जलक्षेत्र में घुसने के लिए अक्सर ही गिरफ्तार कर लिया जाता है. मछुआरों का मुद्दा भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंधों में एक बड़ी अड़चन बन गया है. जनवरी में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने श्रीलंका का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने श्रीलंका के मत्स्य मंत्री डगलस देवनंदा से मुलाकात की और मछुआरों के मुद्दे को उठाया.