सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक एक बार फिर लोगों की जानकारी की सुरक्षा को लेकर सवालों के कटघरे में खड़ी हो गई है। 2019 में फेसबुक के यूजर्स का लीक हुआ डेटा दोबारा सामने आ गया है। हैकरों की एक वेबसाइट पर 50 करोड़ से अधिक फेसबुक यूजर (उपयोगकर्ताओं) के डेटा की जानकारी उपलब्ध है। डेटा उपलब्ध होने की जानकारी एक वेबसाइट ने दी। इस वेबसाइट के अनुसार 106 देशों के लोगों के फोन नंबर, फेसबुक आईडी, पूरे नाम, स्थान, जन्मतिथि और ईमेल पते ऑनलाइन उपलब्ध है। दावा किया जा रहा है कि 50 करोड़ से ज्यादा लोगों के फोन नंबर और निजी डाटा को हैकर्स ने सार्वजनिक कर दिया है। जो डाटा लीक हुए हैं, उसमें 60 लाख भारतीयों का डाटा भी शामिल है।
हालांकि, फेसबुक ने इस मामले पर सफाई दी है और कहा है कि लीक हुए सारे डाटा 2019 से पहले के हैं। इसके साथ ही ये भी कहा है कि डाटा लीक होने के बाद सबकुछ ठीक कर दिया गया था। लोगों की जानकारी की सुरक्षा को लेकर फेसबुक पर कई साल से सवाल उठते रहे हैं। सोशल मीडिया कंपनी ने 2018 में फोन नंबर के जरिए यूजर के खातों को खोजने की सुविधा इस खुलासे के बाद बंद कर दी थी कि राजनीतिक कंपनी ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ ने आठ करोड़ 70 लाख फेसबुक यूजर की जानकारी उनकी जानकारी या सहमति के बिना प्राप्त कर ली। यूक्रेन के एक सुरक्षा अनुंसधानकर्ता ने दिसंबर 2019 में बताया था कि 26 करोड़ 70 लाख फेसबुक यूजर की जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध है। अभी यह अस्पष्ट है कि वेवसाइट ने जिस डेटा के उपलब्ध होने की जानकारी दी है, वह दिसंबर 2019 में मिले डेटा से संबंधित है या नहीं। जानकारों के मुताबिक पुराने डाटा से भी हैकर्स यूजर्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं।