थाईलैंड में चाइल्ड सेंटर में गुरुवार को हुई मास शूटिंग में 34 लोगों की मौत हो गई. इस घटना को अंजाम देने वाले पुलिस के पूर्व अधिकारी ने बाद में अपनी पत्नी और बच्चे की हत्या करने के बाद खुद को भी गोली मार ली. उसे कुछ समय पहले ही नौकरी से निकाला गया था. इस वारदात के चश्मदीद एक टीचर ने बताया कि उसने केवल फायरिंग से ही हत्या नहीं की, बल्कि चाकू से भी कई लोगों को काटा.
शिक्षक ने बताया कि इस घटना में हम तीनों शिक्षक बच गए. मैंने सोचा नहीं था कि वह अंदर नहीं आएगा क्योंकि अन्य दो शिक्षकों की मौत हो गई थी. उसने बच्चों को पकड़ लिया. हमने दूसरे शिक्षकों को बताने की कोशिश की, लेकिन वो फोन पर थे. यह सब बहुत तेजी में हुआ. उसके हाथ में बंदूक और चाकू दोनों थे. वह चाकू से बच्चों को काट रहा था. उसने बंदूक का इस्तेमाल नहीं किया, वह लगातार वार करता रहा. ये पूरी वारदात एक चाकू से अंजाम दी गई.
जब शिक्षक से पूछा गया कि कितने शिक्षक बचने में कामयाब हुए? इस पर शिक्षक ने बताया कि हममें से तीन बाहर निकल आए थे. डेकेयर सेंटर के टीचर ने अपना नाम नहीं बताते हुए कहा कि वह जो चाकू लाया था वह घास काटने जैसा घुमावदार था. जब उनसे पूछा गया कि चावल में इस्तेमाल की जाने वाली दरांती थी? इस पर शिक्षक ने कहा कि मुझे नहीं पता, मैंने केवल हैंडल देखा. यह एक चाकू था. उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह इतना क्रूर और हिंसक होगा.
बता दें कि थाईलैंड के नोंग बुआ लाम्फू प्रांत के एक चाइल्ड सेंटर में गुरुवार को हुई सामूहिक हत्याकांड में बच्चों समेत 34 लोगों की मौत हो गई. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 34 लोगों की हत्या करने के बाद आरोपी शख्स ने अपने बच्चे और पत्नी को भी गोली मार दी और उसके बाद खुद को गोली मार ली. आरोपी एक पूर्व पुलिस अधिकारी है. थाईलैंड में इससे पहले ऐसी ही सामूहिक गोलीबारी साल 2020 में हुई थी, जिसमें प्रॉपर्टी डीलिंग से नाराज एक सैनिक ने 29 लोगों को गोलियों की भूनकर हत्या कर दी थी इसमें 57 लोग घायल हो गए थे, जो चार स्थानों पर फैले हुए थे.