राजस्थान के उदयपुर में हुए चिंतिन शिविर (Chintan Shivir) के बाद कांग्रेस एक्टिव मोड़ में नजर आ रही है. पार्टी का टारगेट 2024 है जिस के लिए पार्टी ने कमर कस ली है. पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने ‘नव संकल्प’ घोषणापत्र को लागू करने के लिए टास्क फोर्स का गठन कर दिया है. शिविर के तीसरे यानि अंतिम दिन पार्टी अध्यक्ष ने ऐलान किया था कि आंतरिक सुधारों को लागू करने के लिए एक टास्क फोर्स बनाई जाएगी. इसके अलावा पार्टी ने दो और समूह बनाए हैं. पार्टी ने पॉलिटिकल अफेयर ग्रुप और सेंट्रल प्लानिंग ग्रुप बनाया है. इन दो ग्रुपों में पार्टी ने राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) के दो युवा चेहरों को भी शामिल किया है. सचिन पायलट को भारत जागो यात्रा की सेंट्रल प्लानिंग ग्रुप का सदस्य बनाया गया है. तो वहीं भंवर जितेंद्र सिंह को पॉलिटिकल अफेयर ग्रुप का सदस्य बनाया गया है.
बता दें कि एक ओर जहां राजनीतिक मामलों और टास्क फोर्स के लिए 8 नेताओं की टीम बनाई गई है. वहीं, केंद्रीय स्तर पर बने ग्रुप में 9 लोग शामिल हैं. पार्टी अध्यक्ष ने कहा था कि 2024 लोकसभा चुनावों के मद्देनजर ये सुधार तैयार किए गए हैं.
पॉलिटिकल अफेयर्स ग्रुप में ये हैं सदस्य
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की तरफ से जारी सूची के अनुसार, पॉलिटिकल अफेयर्स ग्रुप में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, अंबिका सोनी, दिग्विजय सिंह, आनंद शर्मा, केसी वेणुगोपाल, जितेंद्र सिंह रहेंगे. वहीं, टास्क फोर्स-2024 में पी चिदंबरम, मुकुल वासनिक, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल, अजय माकन, प्रियंका गांधी वाड्रा, रणदीप सिंह सुर्जेवाला, सुनील कानुगोलू शामिल हैं.
इसी के ही साथ भारत जोड़ो यात्रा के लिए 9 सदस्यीय सेंट्रल प्लानिंग ग्रुप में दिग्विजय सिंह, सचिन पायलट, शशि थरूर, रवनीत सिंह बिट्टू, केजी जॉर्ज, ज्योति मणि, प्रद्युत बोर्दोलोई, जीतू पटवारी और सलीम अहमद हैं.
पार्टी कर रही है 2024 की तैयारी
कांग्रेस ने हाल ही में पार्टी की स्थिति और आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए उदयपुर में चिंतन शिविर बुलाया था. इस शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संगठनात्मक बदलाव की बात कही थी. साथ ही 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए पॉलिटिकल अफेयर ग्रुप और टास्क फोर्स के गठन का ऐलान भी किया था.
G-23 में अब सिर्फ 21 नेता
खास बात यह है कि कांग्रेस ने अपने नेशनल प्लान में प्रियंका गांधी के साथ G-23 गुट के दो नेताओं गुलाम नबी आजाद और शशि थरूर को भी शामिल किया है. बता दें कि G-23 में अब 21 सदस्य रह गए हैं. इस गुट से दो नेता जितिन प्रसाद और आरपीएन सिंह ने पार्टी छोड़ दी है. यह गुट लंबे समय से कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव की मांग कर रहा है.