मध्य प्रदेश में महिलाओं से ज्यादती की एक और वारदात सामने आई है. ताजा मामला श्योपुर के वीरपुर कस्बे का है जहां एक युवती को एक आरोपी, रास्ते से लिफ्ट देने के बहाने अपने साथ ले गया, यहां महिला को तीन-चार दिन रखकर दुष्कर्म किया. इसके बाद ये आरोपी महिला को मुरैना जिले के सरायछोला के बावरखेड़ा में रहने वाले दोस्त को सौंप आया. यहां दोस्त ने महिला के साथ बंधक बनाकर दुष्कर्म किया. बीते रविवार को महिला ने किसी तरह अपने परिजनों को जानकारी दी. परिजन पुलिस के साथ बावरखेड़ा पहुंचे तो पुलिस, महिला को मुक्त कराकर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लाई. पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर दो लोगों के खिलाफ दुष्कर्म, अपहरण सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
दरअसल, कलरघटी निवासी कल्ला केवट की बहन की ससुराल नितनवास में है इसलिए वह अक्सर अपनी बहन की ससुराल आता-जाता था. 19 सितंबर को कल्ला केवट अपनी बहन की ससुराल आ रहा था, तभी उसे एक 20 वर्षीय युवती रास्ते में मिल गई. वह भी नितनवास जा रही थी. कल्ला ने लिफ्ट देने के बहाने युवती को बाइक पर बैठा लिया और नितनवास न जाते हुए अपने गांव कलरघटी ले गया. यहां युवक ने महिला को धमकाकर तीन-चार दिन तक दुष्कर्म किया. इसके बाद वह महिला को मुरैना जिले में अपने दोस्त रविंद्र गुर्जर के पास छोड़ आया. पुलिस के मुताबिक इस दौरान रविंद्र ने भी महिला के साथ गलत काम किया.
रविवार को किसी तरह युवती ने अपने घरवालों को जानकारी दी जिसके बाद परिजनों ने वीरपुर थाने में सूचना दी. पुलिस उनके साथ मुरैना गई और महिला को मुक्त कराया. वहां मिले आरोपित रविंद्र गुर्जर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. थाना प्रभारी तोमर का कहना है कि महिला की रिपोर्ट पर कल्ला केवट और रविंद्र गुर्जर के खिलाफ दुष्कर्म, अपहरण सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. एसओ तोमर का कहना है कि मुख्य आरोपी कल्ला केवट अभी फरार है. गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी है. भले ही पुलिस ने मामले के एक आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज कर दूसरे आरोपी की तलाश तेज़ क्यों न कर दी हो लेकिन इस तरह की वारदातों से क्षेत्र मे महिला सुरक्षा पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.