भारतीय आईटी कंपनी (Indian IT Company) एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technologies) अमेरिका में 12 हजार लोगों को नौकरी देने जा रही है. कंपनी इन लोगों को अगले पांच साल के दौरान नौकरी के मौके देगी. इनमें से करीब दो हजार लोगों को अगले डेढ़ साल के भीतर एचसीएल के साथ काम करने का मौका दिया जाएगा.
राइज एट एचसीएल प्रोग्राम का हिस्सा
कंपनी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह हायरिंग (Hiring) अमेरिका में स्थानीय लोगों को रोजगार देने के उसके प्रोग्राम राइज एट एचसीएल (Rise At HCL) का हिस्सा है. इंफोसिस (Infosys), टीसीएस (TCS), विप्रो (Wipro) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज जैसी भारतीय आईटी कंपनियों ने पिछले कुछ साल के दौरान अमेरिका में हायरिंग तेज की है. यह प्रयास अमेरिकी नौकरियों को आउटसोर्स किए जाने की बात को गलत साबित करने के लिए है.
फ्रेशर्स को ट्रेनिंग देने पर फोकस
एचसीएल टेक्नोलॉजीज के सीईओ एवं एमडी सी विजयकुमार ने बताया कि राइज एट एचसीएल प्रोग्राम फ्रेशर्स को ट्रेनिंग देने पर फोकस्ड है. इसमें फ्रेशर्स को जॉब लर्निंग से लेकर सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट तक का प्रशिक्षण दिया जाता है. हम इस प्रोग्राम के जरिए हाल ही में ग्रेजुएट हुए या जल्दी ही ग्रेजुएट होने जा रहे युवाओं को एचसीएल में काम करने के लिए तैयार करेंगे.
इन राज्यों पर रहेगा जोर
एचसीएल इस प्रोग्राम के जरिए ऐप डेवलपमेंट, क्लाउड, आईटी इंफ्रा सर्विस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल इंजीनियरिंग जैसे रोल के लिए हायरिंग करेगी. यह हायरिंग अमेरिका के नॉर्थ कैरोलाइना (North Carolina), टेक्सास (Texas), कैलिफोर्निया (California), मिशीगन (Michigan), पेंसिलवेनिया (Pennsylvania), मिनेसोटा (Minnesota) और कनेक्टीकट (Connecticut) जैसे राज्यों में केंद्रित रहने वाली है.