तारीखों के ऐलान के साथ ही पश्चिम बंगाल चुनाव की मुनादी हो चुकी है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के लिए बंगाल में चुनावी रणनीति बना रहे प्रशांत किशोर ने कहा है कि भारत में लोकतंत्र के लिए प्रमुख लड़ाई पश्चिम बंगाल में लड़ी जाएगी। 27 मार्च से शुरू हो रहे बंगाल चुनाव से ठीक पहले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा कि बंगाल केवल अपनी बेटी चाहता है। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने एक पुराने ट्वीट पर टिके रहने की भी बात कही है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि भाजपा को 99 से अधिक सीटें नहीं आएंगी।
शनिवार की सुबह अपने एक ट्वीट में प्रशांत किशोर ने कहा, ‘भारत में लोकतंत्र के लिए एक अहम लड़ाई पश्चिम बंगाल में लड़ी जाएगी। बंगाल केवल अपनी बेटी चाहता है। बंगाल के लोग अपने संदेश के साथ तैयार हैं और अपने Right Card दिखाने के लिए दृढ़-संकल्पित हैं।’
प्रशांत किशोर ने अपनी इसी ट्वीट में पिछले दावे को भी याद दिलाया। उन्होंने 21 दिसंबर को किए एक ट्वीट के बारे में याद दिलाया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि बंगाल में बीजेपी की 99 से अधिक सीटें आईं तो वह चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ देंगे। उसी ट्वीट की याद दिलाकर प्रशांत ने शनिवार को कहा कि 2 मई को नतीजे आने के बाद आप मुझे मेरा पिछला ट्वीट याद दिला देना।
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में बंगाल में बीजेपी के 18 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर की कंपनी I-Pac को हायर किया। प्रशांत किशोर का दावा ऐसे वक्त में किया था, जब अमित शाह दावा कर चुके हैं कि उनकी पार्टी बंगाल विधानसभा के अगले चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें लाकर सरकार बनाएगी।
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे और वोटों की गिनती बाकी चार राज्यों के साथ ही 2 मई को होगी। पहले चरण का मतदान 27 मार्च को, दूसरे चरण का एक अप्रैल को, तीसरे चरण का 6 अप्रैल को, चौथे चरण का 10 अप्रैल को, पांचवे चरण का 17 अप्रैल को, छठे चरण का 22 अप्रैल को, सातवें चरण का 26 अप्रैल को और अंतिम चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। 2016 में छह चरणों में 4 अप्रैल से 5 मई के बीच पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव हुए थे।