ब्रह्माण्ड में सभी गृह हमारे जीवन में किसी न किसी तरह से असर डालते हैं। वैसे ही शुक्र को वैभव, कला और सौंदर्य का कारक कहा जाता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शुक्र के राशि परिवर्तन को बहुत अहम माना गया है। शुक्र अपनी स्वराशि तुला से निकलकर 2 अक्टूबर को मंगल की राशि वृश्चिक में गोचर करने वाला है। इस दौरान कई राशि वालों को शुभ फल मिलेंगे।
वृषभ- शुक्र का गोचर सप्तम भाव में रहेगा। जिसकी वजह से यह राशि परिवर्तन आपके लिए लाभकारी होगा। इस दौरान वैवाहिक जीवन बहुत अच्छा रहेगा। प्रेम संबंधों में पड़े जातकों का प्रेम विवाह होने की संभावना है। वहीं मीडिया और फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को काफी फायदा होगा।
कर्क- शुक्र गोचर पंचम भाव में होने से यह राशि परिवर्तन आपके लिए काफी अच्छा परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान जीवनसाथी के साथ काफी अच्छा वक्त बीतेगा। छात्रों को अच्छे परिणाम मिलेंगे। कला और लेखन से जुड़े लोगों को फायदा होगा।
सिंह- सिंह राशि वालों के लिए शुक्र का राशि परिवर्तन बेहद शुभ रहेगा। यह गोचर चतुर्थ भाव में होगा। शुक्र गोचर आपके लिए में सुख लेकर आएगा। इस दौरान आपको वाहन सुख भी मिल सकता है।
तुला- शुक्र तुला के राशि स्वामी हैं। शुक्र का गोचर आपके द्वितीय भाव में रहेगा। आपकी वाणी में मधुरता रहेगी। गोचर काल में आपको शुभ फल मिलेंगे। पारिवारिक जीवन बेहद सुखद रहेगा।
वृश्चिक- इस काल में आप जीवनसाथी के साथ अच्छा वक्त बिताएंगे। शुक्र का गोचर आपके प्रथम भाव में रहेगा। वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी।
मकर- शुक्र गोचर मकर के एकादश भाव में होगा। जिसके कारण आपको कई क्षेत्रों में फायदा मिलेगा। शुक्र गोचर काल में आपके सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी।