हिन्दू धर्म के मुताबिक महाशिवरात्रि पर्व के दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। हिन्दू पंचांग को मुताबिक हर साल फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित महाशिवरात्रि व्रत मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि पर्व 18 फरवरी 2023, शनिवार को मनाया जाएगा।
महाशिवरात्रि पर बनेगा सर्वार्थ सिद्धि योग
हिंदू पंचांग के मुताबिक महाशिवरात्रि पर्व के दिन अत्यंत शुभ सर्वार्थ सिद्धि योग निर्मित हो रहा है। ज्योतिष के मुताबिक इस शुभ योग में धार्मिक कार्य करने से कई शुभ फल की प्राप्ति होती है। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा चार प्रहर में की जाती है।
महाशिवरात्रि पर पूजा का शुभ मुहूर्त
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा चार प्रहर में की जाती है। हिंदू पंचांग के मुताबिक प्रथम प्रहर में पूजा समय 18 फरवरी शाम 06.45 मिनट से रात्रि 09.35 मिनट तक है वहीं दूसरे प्रहर में पूजा का समय रात्रि 09.35 मिनट से 19 फरवरी मध्य रात्रि 12.24 बजे तक है। तीसरे प्रहर में पूजा का समय 19 फरवरी मध्य रात्रि 12.24 मिनट से प्रातः 03.14 मिनट तक है। चतुर्थ प्रहर पूजा समय 19 फरवरी को ही प्रातः 03.14 मिनट से सुबह 06.03 मिनट तक रहेगा। महाशिवरात्रि के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग को शाम 04.12 से शाम 06.03 मिनट तक रहेगा।
इन चीजों से करें भगवान शिव का अभिषेक
महाशिवरात्रि पर्व के दिन भगवान शिव की उपासना के समय शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करना शुभ होता है। ऐसा करने से श्रद्धालु के कार्य जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती है और भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक दही से करने से भी आर्थिक क्षेत्र में आ रही सभी परेशानियां दूर हो जाती है। वहीं गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। भगवान शिव का अभिषेक करते समय 108 बार ‘ॐ पार्वतीपतये नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में अकाल संकट नहीं आता है।