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राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों पर दुघर्टनाओं में होने वाली मौतों में 10 प्रतिशत की गिरावट : भुल्लर

पंजाब के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने सोमवार को सभी हितधारकों से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को कम करने के लिए सक्रिय रूप से योगदान देने का आग्रह किया। पन्द्रह जनवरी से 14 फरवरी, 2024 तक चलने वाले सड़क सुरक्षा माह की शुरुआत करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुये परिवहन मंत्री ने संबंधित विभागों, गैर सरकारी संगठनों और यात्रियों द्वारा निर्दिष्ट माह से परे सड़क सुरक्षा के प्रति साल भर के महत्व पर जोर दिया। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पंजाब सड़क दुर्घटनाओं और यातायात-2022 पर वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में पिछले वर्ष की तुलना में 2022 में सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों में 0.24 प्रतिशत की कमी आयी है।

भुल्लर ने कहा कि 2022 में देश भर में सड़क दुर्घटनाओं में 9.4 प्रतिशत की वृद्धि के बावजूद पंजाब में गिरावट देखी गई और 4,578 सड़क दुर्घटनाओं में मौतें दर्ज की गयीं। उन्होंने तेज़ गति और जानवरों से संबंधित घटनाओं को प्रमुख कारणों के रूप में बताया, वर्ष 2022 में 2085 मौतें तेज़ गति से और 421 मौतें जानवरों की भागीदारी के कारण हुईं। उन्होंने ‘चरण-3 (2019-2021) के लिए पंजाब में दुर्घटना वाले ब्लैक स्पॉट की पहचान और सुधार’ रिपोर्ट भी जारी की, जिसमें खुलासा किया गया कि तीसरी रिपोर्ट के अनुसार, राज्य और उसके आसपास कुल 583 ब्लैक स्पॉट की पहचान की गई थी। इनमें से अब तक 60 फीसदी थीसिस ठीक कर ली गयी है। उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा ब्लैक स्पॉट की पहचान और सुधार में अग्रणी माना गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर इन स्थानों को ठीक करने से ब्लैक स्पॉट पर/उसके निकट सड़क पर होने वाली मौतों में लगभग 40 प्रतिशत की कमी आई और राज्य भर में राष्ट्रीय राजमार्गों पर कुल मिलाकर 10 प्रतिशत की गिरावट आयी।

कैबिनेट मंत्री ने चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि अस्पताल में हर पांचवां मरीज सड़क दुर्घटना का शिकार है। उन्होंने महत्वपूर्ण आर्थिक प्रभाव पर जोर देते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों से परिवारों, रिश्तेदारों और राज्य को लगभग 21 हजार करोड़ रुपये का वार्षिक नुकसान होता है, जो राज्य की जीडीपी का लगभग तीन प्रतिशत है। भुल्लर ने कोहरे के मौसम में दुर्घटनाओं की चुनौती को स्वीकार करते हुये ट्रैफिक पुलिस को इस अवधि के दौरान खतरा पैदा करने वाले भारी वाहनों को दंडित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सड़क सुरक्षा में लगे गैर सरकारी संगठनों की सराहना की और गणतंत्र दिवस पर उन्हें मान्यता देने की घोषणा की।

कैबिनेट मंत्री ने इन संगठनों से सड़क सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के लिए सुझाव देने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा माह के लिए संबंधित विभाग द्वारा गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से साइकिल/दोपहिया वाहन रैलियां, परिवहन वाहनों पर रेट्रो-रिफ्लेक्टिव टेप लगाना, ड्राइवरों के साथ नुक्कड़ वार्ता, सीट बेल्ट, हेलमेट और लाल बत्ती उल्लंघन, ओवरस्पीडिंग और नशे में गाड़ी चलाने के खिलाफ जागरूकता अभियान सहित विभिन्न गतिविधियों की योजना बनायी गयी है। इसी तरह, सड़क स्वामित्व विभाग सड़क के किनारे वनस्पति की सफाई, सड़क संकेत स्थापित करने और स्ट्रीट लाइट के मुद्दों को संबोधित करने और दुर्घटना-संभावित स्थानों की पहचान पर ध्यान केंद्रित करेंगे।